बिहार में टैक्सी ड्राइवर के बेटे ने NEET 2022 में पाई सफलता, बिना कोचिंग के की तैयारी, आप भी कर सकते है
जब इंसान फोकस होकर काम करता है तो उसे देर से ही सही, सफलता मिलती ही है। संसाधनों की कमी राह नहीं रोक पाती। बिहार के दरभंगा निवासी टैक्सी ड्राइवर के पुत्र मो.शाहबुद्दीन ने NEET UG examination 2022 में सफलता हासिल कर इस बात को सच साबित कर दिखाया है।
उन्हें तीसरे प्रयास में यह सफलता मिली है। वे अब डाक्टर बनेंगे। यदि आप भी इसी फील्ड में अपना करियर बनाना चाह रहे हैं तो निराश न हों। साधनों की कमी को अपने अध्ययन पर हावी न होने दें। आपको भी सफलता जरूर मिलेगी।
अब लोग कर रहे सराहना
दरभंगा जिला अंतर्गत केवटी प्रखंड के पैगंबरपुर गांव निवासी टैक्सी ड्राइवर के पुत्र मो.शहाबुद्दीन ने नीट यूजी परीक्षा में 720 अंकों में से 651 अंक प्राप्त किए। उनका आल इंडिया रैंक 4114 और कैटेगरी रैंक 467 है।

इस तरह की सफलता हासिल कर उन्होंने अपने माता-पिता और गांव सहित केवटी प्रखंड का नाम रोशन कर दिया है। लोग उसका उदाहरण देने लगे हैं। खासकर कम संसाधन में भी अपने लिए रास्ता बनाने के उनके हुनर की सभी सराहना कर रहे हैं।
सेल्फ स्टडी से मिली सफलता
मो.शहाबुद्दीन को तीसरे प्रयास में यह सफलता हासिल हुई है। उसके पिता अमीरुल हक दिल्ली में टैक्सी ड्राइवर हैं। जबकि मां फूल बीबी गृहिणी हैं। शहाबुद्दीन की इस सफलता पर स्वजनों में खुशी का माहौल है। रोचक बात यह है कि उन्होंने इसके लिए कोई कोचिंग नहीं ली थी। सेल्फ स्टडी को ही आधार बनाकर परीक्षा की तैयारी की थी।
पूर्व में मिली असफलता से घबराने की जगह उन्होंने इसको अपना हथियार बना लिया। उस गलती से शिक्षा हासिल की और अगली बार उस क्षेत्र में बहुत अधिक मेहनत कर सफलता के रास्ते को सुगम बना लिया। वह आगे मेडिकल की पढ़ाई करते हुए डाक्टर बनकर गरीबों और देश की सेवा करना चाहते हैं।
