बीपीएससी पेपर लीक पर छात्र संगठन की मांग, Re-Exam में छात्रों को खर्चा दे बिहार सरकार, होगा प्रदर्शन
बीपीएससी की 67वीं संयुक्त पारंभिक परीक्षा के प्रश्न पत्र के लीक हो जाने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। इस मामले को गंभीरता से जांच करने व इसमें शामिल पदाधिकारियों पर कार्यवाही करने की मांग की है। प्रश्न पत्र के लीक होने के विरोध में परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा 10 मई को पुतला दहन के कार्यक्रम रखा गया है।
यह बातें सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नगर इकाई अररिया की स्थानीय परिषद कार्यालय परिसर में बैठक में परिषद के कार्यकर्ताओं ने कही। अध्यक्षता परिषद के नगर मंत्री अजीत रंजन ने की। बैठक में आठ मई को संपन्न 67वीं बीपीएससी पीटी के प्रश्नपत्र लीक होने के कारण पर चर्चा की गई तथा उसके विरोध में किए जाने वाले आंदोलन पर रणनीति बनाई गई।

परीक्षा प्रश्न पत्र लीक होना निंदनीय
बैठक को संबोधित करते हुए परिषद के पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रमुख प्रोफेसर एमपी सिंह ने कहा कि बीपीएससी परीक्षा प्रश्न पत्र का लीक होना बहुत ही निंदनीय है। बिहार सरकार इस मामले पर गंभीरता से जांच करें तथा इसमें शामिल सभी पदाधिकारियों पर कठोरतम कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि वैसे तो बिहार में हर विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है लेकिन प्रतियोगिता परीक्षा में भ्रष्टाचार क्षमा योग्य नहीं है। इसकी सारी जिम्मेवारी बिहार सरकार की है।

एमपी सिंह ने कहा कि भयानक गर्मी में दूर दराज से आकर छात्र-छात्राओं ने कितनी परेशानी को झेल कर परीक्षा दिया था। लेकिन प्रश्न पत्र के लीक के चलते परीक्षा के रद किए जाने पर बिहार के हजारों छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर बिहार के गौरवशाली इतिहास को कलंकित करने का काम किया गया है।
बिहार सरकार भरपाई करें छात्रों का खर्च
इसमें यदि ईमानदारी से जांच हो तो अधिकारियों के साथ साथ बहुत से सफेदपोश भी बेनकाब होंगे। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द पुन: परीक्षा ली जाए तथा परीक्षा देने में छात्रों को जो भी खर्च होगा, उसे बिहार सरकार भरपाई करें। बैठक में प्रश्न पत्र के लीक होने के विरोध में परिषद द्वारा 10 मई को पुतला दहन के कार्यक्रम का निर्णय लिया।

बैठक में अंकित कुमार झा, सोनू कुमार यादव, दीपक कुमार, पवन कुमार, अमन कुमार वर्मा, सौरभ कुमार, शुभम कुमार, विनोद कुमार, कृष्णा कुमार, इंद्रजीत कुमार, शुभम प्रियम, मोहम्मद कादिर आदि उपस्थित थे।