बिहार में पेड़ के नीचे हो रही पढाई, बच्चे बह न जाए इसलिए नदी किनारे 3 शिक्षक देते है पहरा
पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ रहे यह छात्र किसी गुरुकुल के नहीं, बल्कि मोतिहारी के एक सरकारी स्कूल के हैं। ऐसी तस्वीरें पहले भी आती रही हैं। लेकिन इन तस्वीरों को हर बार दिखाना इसलिए जरूरी है, क्योंकि बिहार सरकार शिक्षा में सुधार के बड़े-बड़े दावे करती है। हालांकि जमीनी स्तर पर अभी भी शिक्षा का स्तर ‘जमीन’ पर ही है। इसे साबित करने के लिए यह तस्वीरें काफी हैं।
मामला बंजरिया प्रखंड के राजकीय मध्य विद्यालय, मोखलिसपुर का है। यहां के छात्र मौसम के हिसाब से अपनी पढ़ाई करते हैं। बारिश आने के साथ ही छात्रों की पढ़ाई बंद हो जाती है।
![Students studying under a tree in a government school in Motihari](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/08/Students-studying-under-a-tree-in-a-government-school-in-Motihari.jpg)
धूप बढ़ने के साथ बदलता है बैठने का स्थान
विद्यालय में पढ़ने वाले वर्ग-6 के छात्र अभिषेक कुमार, वर्ग-8 के सरवन कुमार और आबिद हुसैन, वर्ग-7 के निरहू कुमार और सोनू ने बताया कि भवन नहीं होने के कारण हमलोग पीपल के पेड़ के नीचे बैठ कर पढ़ाई करते हैं।
हमेशा डर बना रहता है कि कहीं कोई पेड़ की डाली टूट कर न गिर जाए। जैसे-जैसे धूप चढ़ती है, बैठने की जगह भी बदलनी पड़ती है। बारिश आने के साथ ही सभी एक रूम में चले जाते हैं।
![This school was established in the year 1951](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/08/This-school-was-established-in-the-year-1951.png)
स्कूल के पास से होकर गुजरने वाली सिकरहना नदी में कटाव के कारण फील्ड का कुछ हिस्सा नदी में समाहित हो गया है। पेड़ के नीचे पढ़ने वाले छात्र नदी की ओर न जाएं, इसके लिए तीन शिक्षक उनकी निगरानी में लगे रहते हैं।
DEO बोले – नई बिल्डिंग बन रही
स्कूल के बारे में मोतिहारी के जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि इसकी स्थापना साल 1951 में हुई थी। उस वक्त फूस का भवन था। बाद में 70 के दशक में तीन रूम का खपरैल पक्का का मकान बनाया।
तब से लेकर अब तक उसी तीन रूम में वर्ग एक से आठ तक के छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। अभी वहां से आधे किमी दूर जमीन मिली है। वहां छह कमरों की नई बिल्डिंग बन रही है।
![Some part of the field came out in the erosion of the river Sikarhana](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/08/Some-part-of-the-field-came-out-in-the-erosion-of-the-river-Sikarhana.png)
वहीं विद्यालय के प्रधान शिक्षक मुकेश रंजन ने बताया कि भवन नहीं होने के कारण छात्रों को परेशानी होती है। हम लोग भी परेशान रहते हैं। हालांकि नई बिल्डिंग का निर्माण चल रहा है। जल्द ही परेशानी दूर हो जाएगी।
स्कूल में 951 छात्रों पर 9 शिक्षक
बिहार में पेड़ के नीचे हो रही पढ़ाई, VIDEO: मोतिहारी में बच्चे बह ना जाए इसलिए नदी किनारे 3 शिक्षक देते हैं पहरा #Bihar #education @yadavtejashwi @NitishKumarhttps://t.co/0B7ZVcPEJ7 pic.twitter.com/yrl4oBMFXh
— Dainik Bhaskar (@DainikBhaskar) August 12, 2022
राजकीय मध्य विद्यालय, मोखलिसपुर में क्लास एक से 8 तक में नामांकित छात्रों की कुल संख्या 951 है। इनमें वर्ग 1 में 34, 2 में 60, 3 में 138, 4 में 159, 5 में 129, 6 में 142, 7 में 88 और 8 में 201 छात्र हैं। इसके अलावा यहां 6 महिला और 3 पुरुषों समेत शिक्षकों की संख्या 9 है। जबकि 2 शिक्षा सेवक हैं।
![bpsc classes](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/08/bpsc-classes.jpg)