केजरीवाल के शिक्षा मॉडल का अध्ययन करेगी बिहार सरकार, दिल्ली जाएगी टीम
शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने कहा है कि अगर बिहार के शिक्षक उम्मीदों पर खरे उतरे, तो उन्हें समान काम-समान वेतन दिये जाने पर विचार किया जा सकता है। उन्होंने यह बात बुधवार को शिक्षा विभाग के सचिवालय में बुलायी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछे गये सवाल के जवाब में कही। उन्होंने कहा कि मेरी स्कूल से लेकर विश्वविद्यालयों के शिक्षकों से अपील है कि वह कक्षा संचालन को प्रभावी तौर पर लागू करें। विभाग उनका हर संभव ख्याल रखेगा।
बिहार में शिक्षा का मॉडल करेंगे तय
प्रो चंद्रशेखर ने कहा कि बिहार में शिक्षा का मॉडल तय करेंगे। इससे पहले वह दिल्ली में केजरीवाल मॉडल का अध्ययन करना चाहेंगे। इसके लिए मैं अधिकारी के साथ दिल्ली अध्ययन करने जाऊंगा। आखिर उसमें कुछ तो है, जिसकी वजह से उसकी देश-दुनिया में चर्चा है।

मंत्री पद संभालने के एक दिन बाद बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि अभिभावकों को चाहिए कि वह बच्चों को स्कूल भेजें। बताया कि मैंने सभी शिक्षक संघों से कहा है कि वह क्लास संचालन में विभाग की मदद करें। उन्होंने जोर देकर कहा कि अभी प्रदेश में प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा तक में क्लास संचालन दयनीय अवस्था में है।
अधिकारियों से संजय झा ने कहा, कदम -से-कदम मिला कर चलें
इधर, राज्य में नयी सरकार के गठन के बाद सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री संजय कुमार झा ने बुधवार को विभाग में योगदान किया। इस अवसर पर अपने कार्यालय कक्ष में सभी अधिकारियों से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान श्री झा ने विभाग की प्राथमिकताएं स्पष्ट करते हुए सभी को सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ने की बात कही।

इस दौरान सर्वप्रथम सचिव अनुपम कुमार और निदेशक अमित कुमार ने मंत्री संजय कुमार झा का औपचारिक स्वागत करते हुए उन्हें बुके भेंट किया। साथ ही विभाग द्वारा किये जाने वाले कार्यों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर विभाग के सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे।
लोगों को शुद्ध पानी पहुंचाना प्राथमिकता
दूसरी ओर गांव से दूर बसे वैसे छोटे टोले को चिह्नित करें, जहां जलापूर्ति योजना अभी तक नहीं पहुंची है। वहां के लोगों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए विभागीय स्तर पर अभियान शुरू करें, ताकि गरीबों तक शुद्ध पानी सहज तरीके से पहुंच सकें।

ये बातें पीएचइडी मंत्री ललित कुमार यादव ने समीक्षा बैठक के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि जलापूर्ति योजना के तहत मांग तक पानी पहुंचाया जा रहा है, लेकिन अब भी कई छोटे-छोटे टोले हैं, जहां के लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ता है। इस परेशानी को जल्द- से- जल्द दूर किया जाये।
