आरिफ के सारस को उठा ले गई वन विभाग, बोला ‘मेरा दोस्त आएगा’
दरअसल उत्तर प्रदेश वन विभाग की टीम आरिफ के दोस्त सारस को अपने साथ ले गई है। रिपोर्ट्स की माने तो वन विभाग की टीम ने अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक के निर्देश पर सारस को रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार शिफ्ट कर दिया है।

अपने दोस्त के दूर होने से आरिफ खासे परेशान हैं। उनकी आँखे नम दिखी। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि ‘मेरा सारस जब भी आजाद होगा वह मेरे पास आ जायेगा’

एक इंसान और एक पक्षी की दोस्ती मिसाल बन चुकी है। भले ही सुनने में अजब-गजब लग रहा हो, पर ये पूरी तरह से सच है। बिना किसी स्वार्थ के आरिफ और सारस की दोस्ती इतनी मजबूत हो गई है कि अब दोनों एक दूसरे के बिना एक पल भी नहीं रह पाते हैं।

आरिफ ने लगभग साल भर पहले सारस पक्षी के घाव पर मरहम लगाया था। वक्त के साथ घाव तो ठीक हो गया पर इसी के साथ दोस्ती और भावनात्मक रिश्ते की एक अनोखी दोस्ती की शुरुआत होगी। जिसके कहानी अब हर दिन सामने आ रहे हैं।

मार्च 2022 में आरिफ अपने खेतों की ओर गए हुए थे। जहा उन्हें एक सारस पक्षी घायल दिखा। करीब गए तो देखा उसका पैर टूटा गया था। जिसके बाद आरिफ उसे उठा कर अपने घर लाए और मरहम पट्टी की।

आरिफ की सेवा ने सारस पक्षी का ऐसा दिल मोहा की वह उनके घर पर ही रहने लगा। आरिफ अपने 4 साल के बेटे अर्श और 6 साल की बेटी अरिबा की तरह अपने दोस्त का ख्याल रखते हैं तो उनकी पत्नी, माँ और बहन घर में परिवार के दूसरे सदस्यों की तरह सारस के लिए भी भोजन और पकवाना बनाती हैं।

आरिफ के आसपास ही यह पक्षी भी रहता है। आरिफ के पिता लाल बहादुर कहते हैं कि सारस आरिफ के साथ ही भोजन भी करता है। वह घर से बाहर कही जाते हैं तो सारस भी उनके साथ जाने की कोशिश में रहता है। ऐसे में कई बार उन्हें उससे छिपकर जाना पड़ता है।

आरिफ के मित्रों व परिवार के लोगों का बताना है कि फिल्म शोले के जय और वीरू जैसी सदाबहार दोस्ती दोनों में हो गई है। आरिफ के साथी सर्वेश बताते हैं कि साल भर पहले खेत में सारस मिलने व उसके घर पर रहने की बात को पहले सभी ने हल्के में लिया पर अब वही सारस सब का प्रिय हो गया है।

आरिफ बताते है की, वह इसे रोजाना सुबह दो अंडे खिलाते हैं। दिन में रोटी, चावल और सब्जी खाता है। सारस आरिफ पर अपना पूरा अधिकार मानता है, उनके अलावा किसी की मजाल नहीं, जो इसे हाथ भी लगा ले।

