बिहार के बेटा कैब स्टार्टअप खड़ा कर, दे रहा हैं हजारों को रोजगार- जहाँ आज भी कई ऐसे लोग हैं जो सरकारी और प्राइवेट नौकरी की तलाश कर रहे हैं और अपना गुजर बसर कर रहे हैं लेकिन इन्ही लोगो में से कुछ ऐसे भी होते हैं जो अपना खुद का कुछ करना चाहते हैं । देश में स्टार्टअप कल्चर काफी तेजी से फ़ैल रहा है और इसी कड़ी में नाम आता है दिलखुश कुमार का । जानिए उनके बारे में ।
दिलखुश के स्टार्टअप से मिल रहा है हजारों को रोजगार
बिहार के एक युवा ने कैब सर्विस स्टार्टअप कर अभी करीब करीब 10 हजार युवाओं को रोजगार देने का काम कर रहे हैं। आपको बता दें कि ये अपने स्टार्टअप को लेकर प्रधानमंत्री मोदी से भी बात चित कर चुके हैं । एक निजी बस चालक के पुत्र जिनका नाम दिलखुश कुमार है, कभी रोजगार के लिए भटका करते थे और आज हजारों को रोजगार दे रहे हैं।
5 वर्ष पहले शुरू किया था स्टार्टअप
दिलखुश ने 5 वर्ष पहले कोसी के इलाकों में कैब चलाना स्टार्ट किया था । दिलखुश ने अपनी कंपनी का नाम आर्य गो (Arya Go) कैब रखा था। देखते ही देखते इस इलाके में उनका एप्लीकेशन लोगो को मोबाइल में डाउनलोड होता गया और लोग इनकी कैब सर्विस को खूब पसंद करते हैं।आज वे अपने कौशल की वजह से अपना कैब स्टार्टअप को खड़ा कर दिया जिससे 10 हजार लोगों काम करते हैं और उनकी वजह से उन लोगो का घर परिवार चलता है ।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा मोदी से हो चुके हैं रूबरू
जानकारी के लिए आपको बता दें की 6 जून 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवा स्टार्टअप वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की थी इसमें दिलखुश की कंपनी आर्या ग्रुप कैब को भी शामिल किया गया था। जानकारी के लिए आपको बता दें की दिलखुश की ये कैब सेवा दरभंगा, सहरसा व मधेपुरा जैसे शहरों में चल रहा है ।