तपती दोपहरी में पानी के टंकी पर चढ़े बिहार के IAS अधिकारी, अफसरों का छूटने लगा पसीना, जानिए मामला
बिहार के रोहतास जिले के डीएम धर्मेंद्र कुमार इन दिनों चर्चा में हैं। अपने फुर्तीले अंदाज के साथ वे लगातार योजनाओं की जांच के लिए गांव-गांव पहुंच रहे हैं। इस जून की तपती दोपहर में भी वे गांव की पगडंडियों पर सरकारी योजनाओं की जांच कर रहे हैं। इसी जांच के दौरान जब रोहतास के डीएम धर्मेंद्र कुमार भरी दोपहरिया में दिनारा के हरिवंशपुर पंचायत पहुंचे, तो उन्हें नल-जल योजना की गड़बड़ी की शिकायत मिली।
वे लगभग 25 फीट ऊंची पानी टंकी पर लोहे की सीढ़ी से चढ़ गए। अचानक पानी टंकी पर चढ़ते देख उनके साथ मौजूद सुरक्षाकर्मी व अन्य अधिकारी भी दंग रह गए। योजनाओं में मिली गड़बड़ी पर बीडीओ, सीडीपीओ से लेकर विभिन्न विभागों में कार्यरत दो दर्जन से अधिक कर्मियों के वेतन निकासी पर रोक लगा दी है।

योजनाओं में मिली काफी गड़बड़ी
डीएम ने कहा कि निरीक्षण के क्रम में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी पाई गई है। हरिवंशपुर में नल-जल योजना के तहत लगाई गई पानी टंकी में लगातार रिसाव पाया गया। कार्य की गुणवत्ता भी सही नहीं पाई गई। इसपर विभागीय अधिकारी से लेकर वार्ड क्रियान्वयन व प्रबंध समिति तथा कार्य एजेंसी पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।

नल जल योजना में गड़बड़ी के कारण बीडीओ के वेतन निकासी पर रोक लगाते हुए स्पष्टीकरण की मांग की गई है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने जांच के क्रम में फरार पीडीएस दुकानदारों पर करवाई करने का भी निर्देश दिया।
शोले के धर्मेंद्र की याद हुई ताजा
इस भीषण गर्मी में पानी की टंकी पर चढ़कर जांच करने से डीएम की कार्यशैली चर्चा का विषय बन गई है। आसपास के इलाके के कई पंचायतों के जनप्रतिनिधि अब खुद इस योजना को धरातल पर लागू कराने में लग गए हैं।

आपको बता दें कि जिला प्रशासन के इस सख्त रवैया से गड़बड़ी करने वालों में हड़कंप मच गई है। उधर डीएम धर्मेंद्र कुमार की इस कार्यशैली से हिंदी फिल्म ‘शोले’ में वीरू बने धर्मेंद्र का टंकी पर चढ़ना लोगों को याद आ गया।
मनरेगा पीओ, सीडीपीओ समेत कई अन्य पर कार्रवाई
मनरेगा में योजनाओं का रिकार्ड नहीं मिलने के कारण नाराजगी व्यक्त की व पीओ पर कार्रवाई का निर्देश दिया। कई आंगनबाड़ी केंद्रों पर गड़बड़ी की शिकायत सामने आई है। डीएम ने कहा कि 21 पंचायत वाले इस प्रखंड में 42 योजनाओं की जांच अधिकारियों की टीम द्वारा की गई है।

इसमें पीएम आवास योजना, मुख्यमंत्री पेयजल निश्चय योजना, मनरेगा, सामुदायिक स्वच्छता परिसर, पीडीएस दुकान, आंगनबाड़ी केंद्र शामिल हैं। इस प्रखंड में मिली गड़बड़ी पर बीडीओ, पंचायत राज अधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, मनरेगा पीओ, प्रखंड समन्वयक लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान से कारण पृच्छा पूछते हुए उनके वेतन निकासी पर रोक लगाई गई है।
डीएम का निर्देश – पंचायतों में करें रात्रि-विश्राम
जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने मीडिया से कहा कि योजनाओं में गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सरकार ने उन्हें योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए रखा है। उसे अक्षरश: लागू कराना उनका दायित्व है। किसी भी परिस्थिति में गड़बड़ करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
डीएम हैं या स्पाइडरमैन ! रोहतास के डीएम धर्मेंद्र सिंह जिस अंदाज से नल-जल योजना की हकीकत जानने पानी की टंकी पर चढ़े, देखने वाले देखते रह गए.
गड़बड़ी करने वालों हड़कंप मच गया.दिनारा के हरिवंशपुर पंचायत में नल-जल योजना की शिकायत पर पहुंचे थे.सासाराम से रंजन की रिपोर्ट. pic.twitter.com/TYV3pjJn0J— Prakash Kumar (@kumarprakash4u) June 8, 2022
साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि अगले सप्ताह से रात्रि विश्राम ग्राम पंचायतों में ही करें। ताकि ग्रामीणों की अधिक से अधिक समस्याओं का समाधान हो सके उन्होंने कहा कि वे खुद बुधवार को उसके गांव में रात्रि विश्राम कर ग्रामीणों से रूबरू होंगे।