Petrol diesel prices increased for the second consecutive day

लगातार दूसरे दिन बढे पेट्रोल डीजल के दाम, जानिए आपकी जेब पर कितना होगा असर

देश के 5 राज्यों में हाल ही में ख़त्म हुए विधानसभा चुनाव और उसके नतीजे आने के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ने का सिलसिला जारी हो गया है। मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार दूसरे दिन बढ़ोतरी की गई है। मंगलवार के बाद बुधवार की सुबह 6 बजे एक बार फिर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 80 पैसे की बढ़ोतरी हो गई।

राजधानी दिल्ली में फिलहाल पेट्रोल की कीमत 97.01 रुपये और डीजल 88.27 रुपये हो गई है। इससे पहले मंगलवार को भी दामों में 80 पैसे प्रति लीटर का इजाफा किया गया था। जिसके बाद पेट्रोल की कीमत 96.21 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.47 रुपये हो गई थी। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफे की सबसे बड़ी वजह क्रूड ऑयल का महंगा होना है।

Petrol and diesel prices hiked by 80 paise once again
एक बार फिर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 80 पैसे की बढ़ोतरी

नवंबर 2021 से नहीं बढ़ी ईंधन की दरें

मालूम हो कि जून 2017 से पेट्रोल और डीजल की कीमतों को बीते 15 दिन की अंतरराष्ट्रीय दर के अनुरूप दैनिक रूप से समायोजित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 5 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी, जिसके बाद 4 नवंबर, 2021 से ईंधन की दरें नहीं बढ़ी थी।

Petrol Diesel Price in Major Cities
प्रमुख शहरों में पेट्रोल डीजल के भाव

हालांकि इसके बाद सोमवार और मंगलवार (22 और 23 मार्च) को कीमत में वृद्धि की गई। इससे पहले पेट्रोल की कीमत 110.04 रुपये प्रति लीटर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई थी और डीजल 98.42 रुपये प्रति लीटर हो गया था।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रहे तेल के दाम

ये दरें तब थीं जब 26 अक्टूबर 2021 को कच्चा तेल 86.40 प्रति बैरल था। 5 नवंबर 2021 को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम 82.74 डॉलर प्रति बैरल थे। जिसके बाद इनमें गिरावट आने लगी और यह दिसंबर में 68.87 डॉलर प्रति बैरल हो गए।

Rising oil prices internationally
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रहे तेल के दाम

यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल के दाम बढ़ रहे हैं। हालांकि, पश्चिमी देशों ने अब तक ऊर्जा व्यापार को प्रतिबंधों से बाहर रखा है। लेकिन रूसी तेल और उत्पादों पर पूर्ण प्रतिबंध की आशंका से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में फिर से इजाफा हो सकता है।

रसोई गैस की कीमत में भी 50 रुपये का इजाफा

एक दिन पहले ही राष्ट्रीय राजधानी में बिना सब्सिडी वाले, 14.2 किलोग्राम के रसोई गैस सिलेंडर की कीमत बढ़ाकर 949.50 रुपये कर दी गई हैं। एलपीजी की दर में अंतिम बार 6 अक्टूबर 2021 को संशोधन किया गया था।

एलपीजी की कीमत जुलाई और अक्टूबर 2021 के बीच प्रति सिलेंडर 100 रुपये के करीब बढ़ गई थीं। गैर-सब्सिडी वाली रसोई गैस वह है जिसे उपभोक्ता सब्सिडी वाले या बाजार से कम दरों पर 12 सिलेंडरों का अपना कोटा खत्म हो जाने के बाद खरीदते हैं।

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