बिहार: DM ने बच्चों संग जमीन पर बैठकर चखा खिचड़ी-चोखा का स्वाद, अंग्रेजी का पढ़ाया पाठ
बिहार के रोहतास जिले के एक स्कूल में बड़ा ही रोचक नजारा देखने को मिला है। दरअसल रोहतास के डीएम धर्मेंद्र कुमार इन दिनों चर्चा में है। कभी नल जल योजना की जांच करने के लिए पानी की ऊंची टंकी पर चढ़ जाना, तो कभी देर रात दिव्यांग के घर पहुंच कर उसका हाल चाल लेना, धर्मेंद्र कुमार का यह अंदाज सभी को भा रहा है।

अब एक बार फिर रोहतास के डीएम धर्मेंद्र कुमार ने मिसाल पेश की है, आज वह राजपुर के विभिन्न विद्यालयों का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान वह कई विद्यालयों में शिक्षक की भूमिका निभाते देखे गए। वहीं राजपुर के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, सेबेया के बरामदे पर बैठकर बच्चों के साथ ‘मिड डे मील’ भी खाया।

आपको बता दें की, इन दिनों रोहतास जिला में विद्यालयों के गुणवत्ता में सुधार के लिए जिला स्तर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जिसको लेकर विभागीय एवं प्रशासनिक अधिकारी विद्यालयों में समय दे रहे हैं एवं औचक निरीक्षण कर रहे हैं। इसी क्रम में डीएम धर्मेंद्र कुमार राजपुर प्रखंड के 8 पंचायतों की योजनाओं के जांच के लिए पूरे प्रशासनिक टीम के साथ पहुंचे थे।
छात्र-छात्राओं को अंग्रेजी का पढ़ाया पाठ
इसी क्रम में डीएम धर्मेंद्र कुमार ने राजकीय मध्य विद्यालय लाल बिहारी नगर, मंगरवलिया में बच्चों की अंग्रेजी की कक्षा ली तथा छात्र-छात्राओं को अंग्रेजी का पाठ पढ़ाया। सेबेया के मध्य विद्यालय में जमीन पर बैठकर छात्रों के साथ जब डीएम धर्मेंद्र कुमार खिचड़ी- चोखा खाते देखें गए, तो सभी देखते रह गए।

साथ में जिला शिक्षा पदाधिकारी संजीव कुमार एवं अन्य पदाधिकारियों को भी जमीन पर बैठकर बच्चों के साथ खाना खाना पड़ा। ज़िलाधिकारी के इस रूप को देखकर ग्रामीण काफी प्रसन्न दिखे।
औचक निरीक्षण पर निकले थे DM
आपको बता दें, जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार राजपुर प्रखंड के 8 पंचायतों की योजनाओं के जांच के लिए पूरे प्रशासनिक टीम के साथ पहुंचे थे। इसी दौरान दोपहर में अचानक उत्क्रमित मध्य विद्यालय से वहां पहुंच गए। जहां बच्चों के ‘मिड-डे-मील’ के तैयारी चल रही थी।

डीएम ने बच्चों के साथ पंगत में जमीन पर बैठकर भोजन करने की इच्छा जताई। इसके बाद वे जिला शिक्षा पदाधिकारी संजीव कुमार के अलावा अन्य अधिकारियों के साथ बच्चों के साथ जमीन पर पंगत में बैठ गए तथा खिचड़ी-चोखा परोसे जाने के बाद उन्होंने भोजन किया।
भोजन की क्वालिटी बेहतर करने का निर्देश
भोजन के दौरान डीएम लगातार बच्चों से संवाद करते रहें. पूरे सप्ताह भर के भोजन के ‘मीनू’ के बारे में जानकारी ली। बच्चों ने बताया कि कभी-कभी भोजन ठीक नहीं रहता है, तो कभी दाल पतली रह जाती है।

सब्जी में स्वाद नहीं होता है। उसके बाद डीएम ने संबंधित अधिकारियों को मौके पर ही कई निर्देश दिए तथा आगे से इसका पूरा ख्याल रखने की बात कही।
