बिहार सरकार दे रही एक बस के लिए 7.50 लाख रुपये तक अनुदान, मांगे गए आवेदन
बिहार की राजधानी में जल्द ही मिनी डीजल बसों की जगह नई सीएनजी बसों का परिचालन किया जाएगा। परिवहन विभाग इसके लिए अधिकतम 7.50 लाख रुपये का अनुदान दे रहा है, जिसके लिए डीजल बस संचालकों से आवेदन मांगा गया था। परिवहन विभाग के अनुसार, अभी तक 50 आवेदन आए हैं, जिसमें से 43 का चयन जिलास्तरीय चयन समिति के द्वारा किया गया है।
- डीजल बसों की जगह 43 नई मिनी सीएनजी बसें स्वीकृत
- 7.50 लाख रुपये का अधिकतम प्रति बस दिया जा रहा अनुदान
- 50 निजी डीजल बस चालकों को प्रथम चरण में मिलेगा अनुदान
- 07 बसों के लिए और मिलेगा अनुदान, 31 दिसंबर तक करें आवेदन
सात बसों के लिए पुन: आवेदन आमंत्रित
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि पटना नगर निगम क्षेत्र में पहले चरण में 50 निजी डीजल मिनी बसों को नई सीएनजी बसों से प्रतिस्थापन का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इसके लिए 28 अक्टूबर 2021 तक आवेदन आमंत्रित किए गए थे। अभी तक 43 लाभुकों का चयन किया गया है, जबकि शेष सात बसों के लिए पुन: आवेदन आमंत्रित किए जा रहे हैं।
पटना नगर निगम क्षेत्र में परिचालित निजी डीजल मिनी बसों को नए सीएनजी मिनी बसों से प्रतिस्थापन पर अनुदान के लिए 31 दिसंबर 2021 तक आवेदन कर सकते हैं। मंत्री शीला कुमारी ने बताया कि वर्तमान में बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के द्वारा 70 सीएनजी बसों का परिचालन किया जा रहा है। आगे इसकी संख्या और बढ़ाई जाएगी।
एक रंग-डिजाइन की होगी बसें
सभी सीएनजी बसें 24 सीटर होंगी जो एक ही रंग और एक ही डिजाइन की रहेंगी। प्रतिस्थापन संबंधित स्वीकृति पत्र का वितरण जिला स्तर पर किया जाएगा। इसके लिए जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है। नई बसें लेने बाद भी यदि बस संचालक पटना शहरी क्षेत्र में पुरानी डीजल बस चलाते पकड़े गए तो उनसे भुगतान की गई अनुदान राशि वसूल की जाएगी। इसके लिए विशेष जांच अभियान चलाया जाएगा।