देश का पहला रेलवे स्टेशन जहाँ बीटेक और बीएससी पास लडकियां बेच रही चाय, जाने खासियत
आमतौर पर यात्री रेल यात्रा के दौरान अच्छी क्वालिटी के खाद्य और पेय पदार्थों के लिए चिंतित रहते हैं। भोपाल स्टेशन के प्लेटफॉर्म-3 से भोपाल-दुर्ग अमरकंटक एक्सप्रेस रवाना होने को थी। इसी दौरान एक जैसी यूनिफॉर्म पहने 7-8 लड़कियां हाथों में थर्मस लिए गर्म चाय यात्रियों को देती नजर आईं। ये सभी लड़कियां अच्छी पढ़ी-लिखी हैं। काई बीटेक तो कोई बीएसी है। सभी वॉकी-टॉकी के जरिए कनेक्ट हैं। यह दृश्य बुधवार दोपहर करीब पौने चार बजे का है।
दरअसल, ट्रेन होस्टेस के बाद रेलवे ने भोपाल स्टेशन पर यात्रियों को इन लड़कियों के जरिये ऑन पेमेंट चाय उपलब्ध कराना शुरू किया है। यह सेवा शुरू करने वाला देश का पहला स्टेशन भोपाल बन गया है। डीआरएम सौरभ बंदोपाध्याय की पहल पर एक कंपनी को इन लड़कियों के माध्यम से वेंडिंग लाइसेंस दिया है। अब इटारसी स्टेशन पर भी यह सेवा शुरू होगी।
![On payment tea through girls at Bhopal station](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/03/On-payment-tea-through-girls-at-Bhopal-station.png)
शिक्षित कर्मचारी करते हैं बेहिचक काम
आमतौर पर बड़े कैटरिंग कांट्रेक्टर रेलवे स्टेशनों और पैंट्री कार में बड़ी अमानत राशि जमा कर सेवाएं देते हैं। लेकिन भोपाल में फोन ट्रेन टी के लिए रेलवे के अधिकारियों ने एक कंपनी के जरिए इन युवतियों को काम सौंपा है। गौरतलब है कि बीटेक और अन्य प्रोफेशनल डिग्री लेने वाली लड़कियां बेहिचक यह काम कर रही हैं।
![Bhopal Railway Station](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/03/Bhopal-Railway-Station.jpg)
इससे पहले रेलवे स्टेशनों पर केमिकल मिलाकर दूध बनाकर चाय बेचने जैसे मामले प्रकाश में आते रहे हैं। वही अन्य शहरों से भी अच्छी क्वालिटी की चाय नहीं मिल पाती थी। पश्चिम रेलवे का यह नया कदम ना केवल यात्रियों को बेहतर खानपान सेवा में उल्लेखनीय होगा बल्कि रेलवे प्रबंधन की छवि सुधारने में भी महत्वपूर्ण साबित होगा।
जानिए- कौन कितनी पढ़ी-लिखी
- प्रिया कुमारी, बी-टेक, भोपाल
- काजल श्रंगी, बी-टेक, भोपाल
- नंदिनी ठाकुर, ग्रेजुएट, भोपाल
- सुनयना कुमारी, हायर सेकंडरी, भोपाल
- निकिता श्रंगी, बीएससी, भोपाल
- मोना सिसोदिया, हायर सेकंडरी, भोपाल
- अलीशा, हायर सेकंडरी, भोपाल
सेंसर वाली है मशीन
ये लड़कियां स्टैंडर्ड के हिसाब से चाय बनाती हैं। इसके लिए पैक्ड वाटर का उपयोग किया जाता है। चाय को मशीन के जरिए चैक किया जाता है। सेंसर वाली यह मशीन बता देती है कि चाय की गुणवत्ता कैसी है।
हिडन कैमरा और वॉकी-टॉकी भी
इनकी यूनिफॉर्म में हिडन कैमरा लगा होता है, जिसमें सब रिकॉर्ड है। साथ ही वॉकी-टॉकी भी रहता है। इनके हाथों और यूनिफॉर्म के कफ्स को यू-वी सैनिटाइजिंग मशीन से सैनिटाइज किया जाता है।