बिहार में शिक्षकों के एक लाख 29 हजार से अधिक पद खाली, देखिए जिलावार रिक्तियों की लिस्ट
बिहार में सातवें चरण के तहत प्रारंभिक शिक्षकों की नियोजन प्रक्रिया अगले सप्ताह आरंभ होने की संभावना है। इसके लिए सभी 38 जिलों से शिक्षकों के एक लाख 29 हजार 48 पदों की रिक्तियां शिक्षा विभाग को उपलब्ध हो गई हैं। इनमें कक्षा एक से पांचवीं तक के 64,391 पद और वर्ग छह से आठवीं तक के 45,650 खाली पद शामिल हैं।
प्राप्त रिक्तियों की सूची के मुताबिक राज्य में प्रारंभिक शिक्षकों के सर्वाधिक 9 हजार 155 खाली पद मधुबनी जिले में हैं, जबकि सबसे कम शिक्षकों के खाली पद 274 लखीसराय जिले में।

शेड्यूल तय करने को उच्चस्तरीय बैठक
शिक्षा विभाग ने अंतिम समीक्षा और फिर सातवें चरण के तहत नियोजन प्रक्रिया शुरू करने संबंधी शिड्यूल तय करने हेतु शुक्रवार को उच्चस्तरीय बैठक बुलायी है। प्राथमिक शिक्षा निदेशक रवि प्रकाश ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को उक्त बैठक में अनिवार्य रूप से शामिल होने का आदेश दिया है।
जिलेवार रिक्तियों की सूची
पटना-2679,
अररिया-2179,
अरवल-399,
औरंगाबाद-6517,
बांका-1621,
बेगूसराय-7669,
भागलपुर-1866,
भोजपुर-1843,
बक्सर-1279,
दरभंगा-5962,
पूर्वी चंपारण-2413,
गया-4538,
गोपालगंज-502,
जमुई-3598,
जहानाबाद-554,
कैमूर-2377,
कटिहार-4053,
खगड़िया-3488,
किशनगंज-4052,
मधेपुरा-2117,
मुंगेर-1448,
मुजफ्फरपुर-3987,
नालंदा-4907,
नवादा-3535,
पूर्णिया-8879,
रोहतास-3170,
समस्तीपुर-8997,
सारण-4245,
शेखपुरा-1512,
सहरसा-3263,
शिवहर-1520,
सीतामढ़ी-1254,
सिवान-3553,
सुपौल-4183,
वैशाली-1656,
पश्चिम चंपारण-3704।


प्रधानाध्यापक देंगे सर्टिफिकेट
शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी 9,360 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में नौवीं कक्षा में नामांकन लेने वाले छात्र-छात्राओं की रिपोर्ट सभी जिलों से मांगी है। इसके लिए एक से 15 जुलाई तक विशेष नामांकन अभियान (प्रवेशोत्सव) चलाया गया था। रिपोर्ट में इसका भी उल्लेख करना अनिवार्य है कि नौवीं कक्षा में नामांकन लेने वाले कितने दिव्यांग हैं।

प्रत्येक प्रधानाध्यापक सर्टिफिकेट देंगे कि उनके विद्यालय के पोषित क्षेत्र में आठवीं पास शत-प्रतिशत विद्यार्थियों का नामांकन नौवीं कक्षा में हो चुका है। शिक्षा विभाग के माध्यमिक निदेशक मनोज कुमार ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिया है। आदेश में कहा गया है कि विशेष नामांकन अभियान के तहत नौवीं कक्षा में नामांकन लेने वाले छात्र-छात्राओं का पूरा ब्योरा सप्ताह के अंदर उपलब्ध कराएं।
आठवीं पास होने के बावजूद नौवीं कक्षा में नामांकन से वंचित
एक अनुमान के मुताबिक 18 प्रतिशत छात्राएं और 17 प्रतिशत आठवीं के बाद नौवीं कक्षा में नामांकन नहीं लेते हैं। ऐसे बच्चों को चिह्नित कर विशेष नामांकन अभियान चलाया गया था। अभियान में यह पता करना भी था कि किस कारण से बच्चे आठवीं पास होने के बावजूद नौवीं कक्षा में नामांकन से वंचित रह जाते हैं।
