अच्छी खबर: बिहार की स्कूली छात्राओं ने एक दिन में ही लगा डाले एक लाख पौधे, खुद करेंगी देखभाल
प्राकृतिक असंतुलन को दूर कर पर्यावरण को बचाने के लिए सरकारी तौर पर कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, लेकिन फिर भी लोग पेड़ को बचाने के लिए लोगो में जागरूकता का अभाव है। इसी कमी को दूर करने के लिए जमुई जिला प्रशासन ने एक पहल की है कि स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं को भी इस मिशन में सीधे जोड़ा जाए। यही कारण है कि जिले के सभी सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं ने एक साथ पौधारोपण किया।
स्कूल परिसरों में हुए पौधारोपण के बाद पौधों के देखभाल मतलब उसे पानी देने का काम छात्राएं खुद करेंगी। जिसका उद्देश्य है कि वे लोग भी पर्यावरण संरक्षण को समझे और पेड़ कितना जरूरी है उसे भी। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे के साथ पेड़ ही जीवन का आधार है इस पर बल देने के लिए छात्राओं ने एक साथ पौधारोपण किया। छात्राओं के द्वारा लगाए पौधों के जगह को नारी शक्ति वन का नाम दिया गया है।
एक साथ छात्राओं ने स्कूलों में एक लाख पौधारोपण किया
इस मौके पर डीएम समेत कई अधिकारी सदर प्रखंड के कस्तूरबा आवसीय विद्यालय परिसर में शामिल हुए। डीएम अवनीश कुमार सिंह ने बताया कि एक साथ छात्राओं ने जिले के स्कूलों में एक लाख पौधारोपण हुआ है।
नारी शक्ति वन में लगे पौधे की देखभाल ये खुद करेंगी ताकि इनमें जागरूकता आएं ही फिर जब पेड़ बड़ा हो जाएगा तो वे लोग खुद के लगाए पौधे को देखेंगी जिससे नारी सशक्तिकरण को भी बढ़ावा मिलेगा।
3,04,000 वृक्षारोपण का लक्ष्य निर्धारित
आपको बता दे की जिला अंतर्गत सभी प्रखंडों में शुक्रवार को निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप शत प्रतिशत वृक्षारोपण हेतु ‘नारी शक्ति वन’ कार्यक्रम किए जाने हेतु सभी कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा जमुई को निर्देश दिया गया है। डीएम अवनीश कुमार सिंह ने बताया कि मनरेगा एवं जल जीवन हरियाली अभियान अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में 304000 वृक्षारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।