अररिया की पूर्व एसपी समेत बिहार पुलिस के 7 पदाधिकारियों को मिलेगा केंद्रीय पदक
बिहार पुलिस के दो एसपी समेत सात पदाधिकारियों को केंद्रीय गृह मंत्री के पदक से अलंकृत किया गया है। जांच में उत्कृष्टता के लिए हर साल 12 अगस्त को देश भर के पुलिस व जांच पदाधिकारियों का नाम पदक के लिए घोषित किया जाता है। इस साल देश के 151 पुलिस पदाधिकारियों का चयन इस पदक के लिए किया गया है। इसमें सात बिहार पुलिस के हैं।
अररिया दुष्कर्म मामले में एसपी को सम्मान
इसमें एसपी सायली सावलाराम धूरत, एसपी विनय तिवारी, इंस्पेक्टर रामशंकर सिंह, इंस्पेक्टर विनय प्रकाश, सब-इंस्पेक्टर मनोज कुमार राय, सब-इंस्पेक्टर मो. चांद परवेज और सब-इंस्पेक्टर मो. गुलाम मुस्तफा शामिल हैं। एसपी सायली धूरत को अररिया दुष्कर्म मामले की जांच में उत्कृष्टता के लिए पदक दिया जाएगा।

वहीं पटना में हुए रूपेश हत्याकांड मामले का उद्भेदन करने के लिए पटना के तत्कालीन सिटी एसपी विनय तिवारी समेत पटना पुलिस के दो इंस्पेक्टर और तीन सब-इंस्पेक्टर का चयन पदक के लिए किया गया है।
सबसे अधिक 15 सीबीआइ के अफसर

देश भर के जिन 151 पुलिस पदाधिकारियों को केंद्रीय गृह मंत्री का जांच में उत्कृष्टता के लिए पदक मिला है, उसमें सर्वाधिक 15 नाम सीबीआइ यानी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो के हैं। इसके बाद महाराष्ट्र पुलिस के 11, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश पुलिस के 10-10 और केरल, राजस्थान और पश्चिम बंगाल पुलिस के आठ-आठ पदाधिकारियों के नाम हैं। कुल 151 पदक पाने वालों में 28 महिला पुलिस पदाधिकारी हैं।
पिछले साल भी बिहार पुलिस को मिले थे सात पदक

पिछले साल 2021 में भी केन्द्रीय गृह मंत्री पदक से बिहार के सात पुलिस पदाधिकारी अलंकृत किए गए थे। इनमें भागलपुर की एसएसपी निताशा गुडिय़ा, दरभंगा के एसएसपी बाबूू राम, नालंदा के एसपी हरि प्रसाथ एस, एसटीएफ के एसपी निलेश कुमार, मधेपुरा के एसपी योगेन्द्र कुमार, बेतिया जिला बल के इंस्पेक्टर उग्रनाथ झा और नवादा जिला बल के इंस्पेक्टर मोहम्मद नेयाज अहमद शामिल थे।
