बिना कोचिंग ट्यूशन के बिहार टॉपर बनी नेहा, बोली-थोड़ी थोड़ी पढाई से की जा सकती है पूरी तैयारी
काउंसिल फार द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (आइससीएसई) ने दसवीं का रिजल्ट जारी कर दिया है। 10वीं के परिणाम में बिहार की राजधानी पटना के कार्मेल हाई स्कूल की छात्रा नेहा स्टेट टापर रहीं। उन्हें 99.6 प्रतिशत अंक हासिल हुआ है। आइसीएसई बोर्ड की स्टेट टापर नेहा ने दसवीं में 99.6 प्रतिशत अंक लाकर बिहार का नाम रौशन किया है। नेहा शुरू से ही प्रतिभाशाली छात्रा रही हैं। वह राजधानी के कार्मेल हाई स्कूल की स्टूडेंट हैं।
नेहा 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करना चाहती हैं। अभी जेईई की तैयारी में जुट गई हैं। नेहा का प्रिय विषय विज्ञान है। उन्हें विज्ञान एवं गणित में 100 अंक प्राप्त हुए हैं। नेहा बिना कोचिंग व ट्यूशन के अव्वल आईं। उन्होंने कहा कि थोड़ी-थोड़ी पढ़ाई से पूरी तैयारी की जा सकती है।

विद्यार्थी के लिए स्कूल की पढ़ाई का बड़ा महत्व
नेहा का कहना है कि किसी भी विद्यार्थी के लिए स्कूल की पढ़ाई का बड़ा महत्व है। अगर छात्र विद्यालय की पढ़ाई पर गंभीरता से ध्यान दें और घर पर नियमित पढ़ाई करें तो परीक्षा में बेहतर अंक प्राप्त किया जा सकता है।

नेहा का कहना है कि किसी भी विद्यार्थी को विषय की छोटी-छोटी जटिलताओं को तत्काल दूर कर लेना चाहिए। इसके लिए स्कूल में शिक्षक हमेशा मौजूद रहते हैं। नेहा ने कहा कि स्कूल के बाद घर पर निरंतर अध्ययन होना चाहिए। परीक्षा की तैयारी एक दिन में नहीं की जा सकती है।
थोड़ी-थोड़ी पढ़ाई से भी हो सकती है पूरी तैयारी
अगर थोड़ी-थोड़ी भी पढ़ाई की जाए तो पूरी तैयारी हो सकती है। नेहा का कहना है कि अब तक न तो उन्होंने किसी कोचिंग का सहारा लिया न ही ट्यूशन का। सेल्फ स्टडी पर वह हमेशा जोर देती रहीं।

नेहा के पिता संजीव कुमार एक निजी कंपनी में प्रबंधक हैं, जबकि मां कृपलानी गृहणी हैं। नेहा के परिवार में माता-पिता के अलावा एक छोटी बहन नूपुर एवं भाई केशव हैं।
सफलता का सबसे बड़ा कारण उसका डेडिकेशन
नेहा के पिता संजीव कुमार ने बताया कि नेहा की सफलता का सबसे बड़ा कारण उसका डेडिकेशन है। किसी चीज को छोड़ती नहीं है जब तक कि उसे ठीक से समझ नहीं जाए। नेहा अपने प्रति बहुत ईमानदार है।

उसका फेकबुक, ट्वीटर आदि पर कोई एकाउंट नहीं है। इसलिए उस तरफ ध्यान नहीं रहा। हां, ऑनलाइन क्लास पर जरूर ध्यान रहा। नेहा की मां कृपलानी कुमारी कहती हैं कि नेहा काफी इमोशनल है। नेहा को क्लास टू से स्कॉलरशिप मिली है। नेहा को कभी बोलना नहीं पड़ता है कि पढ़ो। हमें कहना पड़ता है कि नेहा अब सो जाओ.. लेकिन वह जिद्दी है।
