बिहार के मजदूरों के लिए बड़ी खबर, न्यूनतम मजदूरी दर में हुआ इजाफा
बिहार 3 करोड़ मजदूरों के लिए बड़ी खुशखबरी निकल कर सामने आ रही है। न्यूनतम मजदूरी में सात से 11 रुपए तक की वृद्धि की गई है। मजदूरों को इस वृद्धि का लाभ 1 अक्टूबर से से मिलेगा। जानिए पूरी खबर।
बिहार में न्यूनतम मजदूरी में इजाफा करते हुए 11 रुपए तक की दर से वृद्धि की गई है। परिवर्तनशील महंगाई भत्ता के तहत नया दर आज से लागु हो गया है। इस वृद्धि के बाद अब अकुशल कोटि के मजदूरों को कम से कम 373 रुपए रोजाना मिलेंगे।

तीन करोड़ कामगारों को मिलेगा लाभ
दरअसल श्रम संसाधन मंत्री सुरेन्द्र राम की सहमति के बाद विभाग की ओर से इस बाबत अधिसूचना जारी कर दी गई है। जानकारी के लिए बता दें कि सरकार के इस आदेश का लाभ राज्य के तीन करोड़ कामगारों को होगा।
बीते 27 सितंबर को बिहार न्यूनतम मजदूरी परामर्शदातृ पर्षद की बैठक हुई थी। इस बैठक में नियोजक के प्रतिनिधि व श्रमिक संघों के प्रतिनिधि मौजूद थे। इसी बैठक में तय हुआ कि निर्धारित मूल मजदूरी में दो फीसदी की वृद्धि की जाए।
नया दर एक अक्टूबर से लागु
बढ़ी हुई मजदूरी दर एक अक्टूबर से लागू करने का भी फैसला लिया गया। इसके तहत तय हुआ कि सामान्य कार्य के नियोजनों में काम करने वाले अकुशल श्रेणी के मजदूरों को 366 रुपए रोजना में सात रुपए की वृद्धि की जाए।
अर्धकुशल कोटि में काम करने वाले कामगारों को 380 रुपए रोजाना में आठ रुपए की वृद्धि हुई। इसके अलावे कुशल श्रमिकों को 463 रुपए रोजाना में नौ रुपए वृद्धि की गई।
अतिकुशल श्रमिकों को 566 रुपए रोजाना में 11 रुपए वृद्धि के साथ अब उन्हें 577 रुपए दिए जाएंगे। जबकि लिपिकीय या पर्यवेक्षकीय काम करने वालों को 10478 रुपए महीना के बदले 210 रुपए वृद्धि करते हुए 10 हजार 688 रुपए प्रति माह दिए जाएंगे।
न्यूनतम मजदूरी नहीं मिलने पर दें सकते हैं आवेदन
वहीँ आपको बता दें कि न्यूनतम मजदूरी नहीं मिलने पर कामगार संबंधित प्रखंड के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी या पटना में नियोजन भवन में अवस्थित श्रम संसाधन मुख्यालय में अपना आवेदन दे सकते हैं।
शिकायत सही पाए जाने पर उन नियोजकों के प्रति कठोर कार्रवाई की जाएगी। दैनिक मजदूरी में वृद्धि से बिहार राज्य के तीन करोड़ कामगारों को लाभ पहुंचने की उम्मीद है।
