Indo Nepal Rail Project will increase trade and tourism

इंडो नेपाल रेल प्रोजेक्ट से बढ़ेगा व्यापार और पर्यटन, इसी साल काम पूरा करने का लक्ष्य

इंडो-नेपाल रेल प्रोजेक्ट को इसी साल पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है। इस रेल प्रोजेक्ट के पूरा होने से जहां एक ओर व्यापार को चार चांद लगेंगे तो वहीं पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।इंडो-नेपाल रेल प्रोजेक्ट- पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के महाप्रबंधक अंशुल गुप्ता ने बजट के बाद वर्चुअल प्रेसवार्ता कर कटिहार रेलमंडल की विभिन्न रेल परियोजना को लेकर बजट में किए गए प्रावधान की जानकारी दी। रेल महाप्रबंधक ने कहा कि बजट में अररिया- गलगलिया नई लाइन प्रोजेक्ट को 400 करोड़ रुपए, सिलीगुड़ी जंक्शन से न्यू जलपाईगुड़ी तक आठ किलोमीटर की लंबाई में दोहरीकरण के लिए सर्वे के काम के लिए पूर्ण राशि आवंटित किया गया है।

न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन को अपग्रेड करने के लिए आठ करोड़ का आंवटन किया गया है। सिलीगुड़ी, ठाकुरगंज, अलुआबाड़ी रोड विद्युतीकरण के लिए 73 करोड़ की राशि आवंटित की गई है। उन्होंने कहा कि इंडो नेपाल प्रोजेक्ट , किशनगंज जलालगढ़ रेल प्रोजेक्ट पर इसी वर्ष काम पूरा करा लिया जाएगा।

indo nepal railway
इंडो-नेपाल रेल प्रोजेक्ट

382 स्टेशनों पर वाई फाई की सुविधा

एनएफ रेल अंतर्गत 533 पार्सल ट्रेन आई है। 45 केएम की स्पीड से मालगाड़ी सफलतापूर्वक परिचालित कराना एनएफ रेलवे की बड़ी उपलब्धि है। जीएम ने कहा कि 382 स्टेशनों पर वाई फाई की सुविधा है।

इसके अलावा यात्रियों को आधुनिक सुविधा के साथ रेल मंडल की उपलब्धियों पर भी जीएम ने विस्तृत चर्चा की। इस मौके पर एनएफ रेलवे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी सव्यसाची डे भी मौजूद थे।

जनकपुर होते हुए नेपाल के कुर्था तक रेल परिचालन

jaynagar railway station
जनकपुर होते हुए नेपाल के कुर्था तक रेल परिचालन

जयनगर से ट्रेन से जनकपुर जाने का सपना जल्द पूरा होने वाला है। 12 फरवरी के बाद कभी भी रेल परिचालन शुरू करने की घोषणा की जा सकती है। फिलहाल रेल परिचालन शुरू करने के लिए नेपाल रेलवे के बहाल अधिकारियों व कर्मियों के प्रशिक्षण का कार्य चल रहा है जो 12 फरवरी को पूरा हो जाएगा। इसके साथ ही रेल परिचालन का रास्ता साफ हो जाएगा।

दोगुना हो गया रेल परियोजना का बजट

इंडो-नेपाल रेल परियोजना का बजट लगभग दोगुना हो चुका है। जयनगर से नेपाल के बर्दीबास तक 65 किलोमीटर रेल परियोजना का कार्य वर्ष 2014 में शुरू किया गया था। उस समय इस परियोजना का बजट 498 करोड़ था। इरकॉन के परियोजना प्रबंधक रवि सहाय ने बताया कि अब इस परियोजना का बजट बढ़कर 800 करोड़ तक पहुंच चुका है।

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