जब बिहार के IPS अधिकारी बन गए डॉक्टर, आला लगाकर किया जांच, तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल
बिहार के जमुई जिला अंतर्गत बरहट प्रखंड के नक्सल प्रभावित चोरमारा गांव में को स्वास्थ्य शिविर लगाई गई। इस दौरान काफी संख्या में लोगों की जांच की गई। शिविर का उद्घाटन एसपी डा.शौर्य सुमन, 215 बटालियन सीआरपीएफ कमांडेंट जोगेंद्र सिंह मौर्य, द्वितीय कमान अधिकारी ललन कुमार, एएसपी ओमकारनाथ सिंह ने दीप प्रज्वलन कर किया।
इस दौरान एसपी डा.शौर्य सुमन ने भी ग्रामीणों के बीच आला लगकर इलाज कर परामर्श पर्ची व दवाई दिया। फिलहाल ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। वहीँ एसपी को वर्दी में इलाज करते देख ग्रामीण व उपस्थित अधिकारी अचंभित हो उठे। एसपी ने कहा कि मैं पहले डा. के रूप में लोगों की सेवा कर चुका हूं।

स्वास्थ्य सुविधा व अन्य योजनाओं को जन-जन तक है पहुंचाना
उन्होंने कहा कि इस तरह का शिविर आयोजित किए जाने के पीछे सरकार द्वारा संचालित स्वास्थ्य सुविधा व अन्य योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाना है। दूरस्थ इलाके तथा नक्सल प्रभावित इलाकों में लोगों तक योजनाओं का लाभ नहीं पहुंच पा रहा है।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दूर होने के कारण लोग स्वास्थ्य केंद्रों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। उन्हें योजनाओं की जानकारी भी नहीं मिल पा रही है। इसी को लेकर इस तरह के कैंप का आयोजन किया जा रहा है।
119वां रैंक हासिल कर चिकित्सक से भारतीय पुलिस सेवा में अधिकारी बनने का गौरव
इस दौरान उपस्थित अधिकारियों ने ग्रामीणों से मुख्य धारा में भटके हुए लोगों को मुख्य धारा में वापस आने व रोजगार देने के लिए सरकार की योजनाओं की जानकारी दिया। इस मौके पर पीएचसी बरहट के डाक्टर सहित पास कर्मी उपस्थित थे। यहां बता दें कि एसपी डा.शौर्य सुमन पुलिस सेवा में आने से पहले मुंबई के अस्पताल में डॉक्टर थे।

पहले उन्होंने 2015 में एमबीबीएस की डिग्री हासिल की। उसके बाद यूपीएससी की तैयारी में जुट गए। 2017 में सफलता मिली और उन्होंने 119वां रैंक हासिल कर चिकित्सक से भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी बनने का गौरव प्राप्त किया। उनकी प्रारंभिक शिक्षा झारखंड की राजधानी रांची से पूरी हुई। उनके पिता डा जेएन सिंह सेना में मेजर पद से सेवानिवृत्त हुए।
