बिहार के केशव ने मगही ऑडियो डबिंग के जरिये बनाई पहचान, मगही को लोकप्रिय बनाने की है कोशिश, पढ़े इनकी कहानी
कहां घरवा होलअ बाउ तोहर बिहार में। ऐसे तो हमर घर नवादा होलय, लेकिन पटना में रहहिए। आउ यही रहके हम नौकरी के तैयारी करहिय। एगो नवादा तो लगो ह विदेशों में है। यह वीडियो एक होटल की है, जिसमें पांच सात विदेशी एक टेबल पर बैठकर आपस में बात कर रहे हैं। लेकिन उस वीडियो क्लिप के पीछे के ऑरिजनल आवाज की जगह केशव ने मगही में अपनी आवाज दे दिया है। विषय में नवादा और ककोलत को रखा है।
खास बात कि बड़े ही मनोरंजक तरीके से दोनों जगहों के बारे में अवगत कराया है। फिलहाल यह वीडियो यूटयूब, इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया पर खूब देखा और सुना जा रहा है। लोग खूब मजे ले रहे हैं। केशव बताते हैं कि मगध क्षेत्र में मगही क्षेत्रीय भाषा रही है। लेकिन अब लोग बोलने में भी संकोच करने लगे हैं। ऐसे में मनोरंजक तरीके से जोड़ने की कोशिश कर रहा हूं।

अकेले एक साथ कई लोगों की आवाज में बनाते हैं वीडियो
नवादा पहुंचने पर केशव के समर्थक उनसे मिलने पहुंच गए। आर्यन राज, अजय कुमार, सौरभ सिंह, दीपक कुमार, रोहित साईं, विक्रम सिंह, अमन नयन, साहिल राज, शिवांशु कुमार, अभिषेक राज समेत अनेक लोगों ने मिलकर बधाई दिया।
वैसे वीडियो चुनते हैं, जिसके जरिए कुछ संदेश दिया जा सकता है। कई लोगों की आवाज होती है। लेकिन सभी उनकी होती है। कोई टीम नही है। सिर्फ 18000 का मोबाइल है।
गया जिले के केशव के लाखों फैन व फाॅलोअर
बिहार के गया जिले के फतेहपुर निवासी केशव के लाखों में फैन और फाॅलोवर हैं। केशव का “सब लूल है” नाम से संचालित यूटयूब चैनल पर 1.92 लाख सब्सक्राइबर है। फेसबुक पर करीब ढाई लाख और इंस्टाग्राम पर 70 हजार से अधिक प्रशंसक हैं।

इनके फैन फाॅलोवर ऐसे हैं कि चंद दिनों में इनके वीडियोज में मीलियनस में व्यू आ जाता है। केशव के पिता संतोष सिंह प्राइवेट स्कूल चलाते हैं, जबकि मां लक्ष्मी देवी गृृहिणी हैं। केशव संजय सहाय के अलावा कई निर्देशकों की देखरेख में थियेटर कर चुके हैं।
शुरूआत बड़ी मामूली रही लाॅकडाउन में आया आइडिया
मीडिया से बातचीत में केशव ने बताया कि उनकी यह शुरूआत मामूली तरीके से रही है। लाॅकडाउन के समय में घर में रहने का मौका मिला था। तब ऐसा आइडिया आया था। शुरूआत में इंटरव्यू का वीडियो बनाते थे। लेकिन उसमें ज्ञान की बात हुआ करता था। लेकिन लोग पसंद नही किया। तब एक भाई ने सुझाव दिया कि अपना एक अलग पहचान होनी चाहिए।

तब उन्होंने अपना पहला वीडियो आईपीएल का मगही डबिंग बनाया। लेकिन रिस्पांस नही मिला। फिर छठ का बनाया। गैंग ऑफ वासेपुर फिल्म के वीडियो में छठ में खरना के प्रसादी खाने की बात को बड़े ही हास्य तरीके से रखा। कोई बनावटी नही। लोगों ने खूब पसंद किया। इसके बाद से 300 से अधिक विडियोज बना चुके हैं।