सेब, अनार, अंगूर और केले से भी महंगा नींबू, दाम सुनकर ही मन हो जा रहा खट्टा
गर्मी के मौसम में बढ़ती मांग के बीच नींबू को महंगाई की नजर लग गई है। बाजारों में नींबू के भाव आसमान छू रहा है। किलो के भाव में तुलना करें तो सेब, अनार, अंगूर और केले से भी काफी महंगा नींबू बिक रहा है। 10 से 15 रुपये में एक नींबू मिलने की बात सुनते ही खरीदारों का मन खट्टा हो रहा है।
आम तौर पर बाजार में दस रुपये में दो से चार नींबू आसानी से मिल जाते हैं। कभी-कभी तो दस रुपये के दस नींबू के खरीदार नहीं मिलते हैं। वैसे गर्मी के मौसम में नींबू के दाम जरूर बढ़ जाते हैं, लेकिन इस बार नींबू के दाम में आग लगी है। एक तो बाजार में पर्याप्त नींबू उपलब्ध नहीं है।
![Lemon caught sight of inflation](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/04/Lemon-caught-sight-of-inflation.jpg)
आम आदमी के पहुंच से दूर
दूसरे इसके दाम इतने ऊंचे हैं कि आम आदमी के पहुंच से दूर होने लगा है। कभी दो से पांच रुपये में आसानी से मिलने वाला नींबू फिलहाल दस से पंद्रह रुपये में एक अदद मिल रहा है। यह आलम बिहार के सभी शहरों का है।
![lemon price fire](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/04/lemon-price-fire.jpg)
पटना में तो ग्राहक भले लौट जाए पर दुकानदार तय कीमत से समझौता नहीं कर रहे हैं। ज्यादातर लोग गर्मियों में नींबू का सेवन करते हैं, ऐसे चौगुने दाम पर भी खरीदने को मजबूर हैं।
नींबू की कीमतों मेें उछाल के क्या हैं कारण?
वैसे आमतौर पर अक्सर गर्मी के मौसम में नींबू के दाम बढ जाते हैं। सब्जी विक्रेताओं की मानें तो बेमौसम बारिश के कारण भी नींबू के भाव बढ जाते हैं। इसबार न तो बेमौसम बारिश हुई है और न पैदावार कम हुई है।
![What are the reasons for the rise in lemon prices](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/04/What-are-the-reasons-for-the-rise-in-lemon-prices.jpg)
इसबार नींबू के दाम बढने के दूसरे कारण हैं। इसमें सबसे बड़ा कारण डीजल की बढ़ती कीमतों को माना जा रहा है। ट्रांसपोर्ट खर्च बढ़ने के कारण तथा स्थानीय मंडियों में नींबू की आवक घटने के कारण इसके दाम आसमान छू रहे हैं।
बिहार के आरा में नींबू का कारोबार करने वाले दूकानदार बताते हैं कि थोक मंडी में ही नींबू आठ सौ से एक हजार रुपये प्रति सैकड़ा मिल रहा है। दुकानदारों के अनुसार यह स्थिति अभी मई-जून तक बनी रहेगी।