MBA की पढाई कर बिहार के युवक ने अपनी माँ के साथ शुरू किया स्टार्टअप, लोगों को दे रहे रोजगार
ऐसा कहा जाता है कि अगर हौसले बुलंद हों तो कुछ भी असंभव नहीं होता। बिहार के पूर्णिया जिले के एक युवक ने एमबीए की पढ़ाई करने के बाद अपना खुद का स्टार्टअप शुरू किया। आज वह बांस से 55 तरह के आकर्षक उत्पाद बनाकर बाजार में बेच रहे हैं। वह 11 लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं।
प्रधामंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत उन्हें बैंक से भी काफी सहायता मिली। कई जगह उनके द्वारा स्टॉल भी लगाया गया है, जिसे काफी सराहना मिल रही है। एमबीए पास इस युवक की हर तरफ चर्चा हो रही है।
पूर्णिया निवासी सत्यम सुन्दरम ने एमबीए की पढ़ाई के बाद मां आशा देवी के साथ अपने शहर में खुद का स्टार्टप शुरू किया। सत्यम कहते हैं कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत वह मणिपुरी बम्बू से सोफा, टेबल, बोतल, ज्वैलरी, पेंटिंग समेत 55 तरह की चीजों का निर्माण शुरू किया। शुरुआती संघर्ष के बाद अब उन्हें बैंक से भी सहायता मिली है।
11 लोगों को रोजगार भी दे रहे
महज एक साल के संघर्ष के बाद अभी वे 11 लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं। वहीं, सत्यम की मां आशा देवी कहती हैं कि उनके बेटे की शुरू से ही इच्छा थी कि एमबीए कर वह खुद का स्टार्टप शुरू करेगा।
उन्होंने बताया कि उनका बेटा सत्यम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्हें स्टार्टअप की प्रेरणा मिली। उद्यो्ग विभाग और बैंक से भी उन्हें काफी सहयोग मिला है।
इस तरह मिलती गई मदद
उद्योग विभाग के जीएम संजय वर्मा ने कहा कि जब पहली बार उसने एक प्रदर्शनी में इनका स्टॉल देखा तो अच्छा लगा। उनके प्रोजेक्ट को पीएमजीपी से जोड़कर बैंक से भी उनहें 10 लाख रुपये का लोन दिय गया है।
वहीं, उद्योग मंत्री शहनवाज हुसैन ने कहा कि पीएमजीपी के तहत इनका अच्छा प्रोजेक्ट है। खादी मॉल में उनके उत्पाद को जगह देंगे और उसे आगे बढ़ाने में सरकार पूरी मदद करेगी।
प्रेरणास्रोत हैं सत्यम सुंदरम
कहते हैं मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं, जिनके सपनों में जान होती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी स्टार्टअप और मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने पर जोड़ दे रहे हैं।
ऐसे में जब सत्यम सुन्दरम की तरह पढ़े लिखे युवा स्टार्टअप के तहत इस तरह का रोजगार करेंगे तो निश्चय ही देश आगे बढ़ेगा और लोगों को रोजगार भी मिलेगा।