बिहार के लोगों को मिलेगा उसना चावल, 30 लाख मीट्रिक टन खरीदेगी सरकार
बिहार के लोगों के लिए एक अच्छी खबर निकला कर सामने आ रही है। चावल में इस बार उसना की खरीद ज्यादा करने की सरकार की योजना है। जानकारी के लिए बता दें कि पिछली बार 33 फीसदी उसना चावल की खरीद हुई थी।
पिछले बार के मुकाबले अबकी बार इससे करीब दोगुना उसना चावल मिलों से लेने की योजना बनायी गयी है। फोर्टिफाइड चावल की खरीद की जाएगी। बिहार सरकार खरीफ मौसम में 1 नवंबर से उत्तर बिहार और 15 नवंबर से दक्षिण बिहार में धान की खरीद की शुरुवात करेगी।
उसना चावल की खरीद होगी ज्यादा
दरअसल इस वर्ष 45 लाख मीट्रिक टन धान और 30 लाख मीट्रिक टन चावल खरीद का लक्ष्य रखा गया है। चावल में इस बार उसना की खरीद ज्यादा की जाएगी। पिछले वर्ष केवल तैतीस प्रतिशत ही उसना चावल की खरीदारी हो पाई थी।
इस वर्ष दुगुना उसना चावल ख़रीदा जाएगा और फोर्टिफाइड चावल खरीदने पर जोर होगा। चावल की गुणवत्ता से किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। राइस मिलों को चावल की अंतिम ऊपरी परत नहीं हटाने की सलाह दी जाएगी। ऐसा इसलिए क्योकि इससे पौष्टिक तत्वों का नुकशान नहीं होता है।
25 अक्टूबर तक सूची भेजने का निर्देश
धान की खरीदारी के लिए इस बार साढ़े सात हजार पैक्स और व्यापार मंडलों को सक्रिय किया जा रहा है। पिछली बार सात हजार 104 पैक्सों के माध्यम से धान खरीदी गई थी।
इस बार इनकी संख्या में करीब 500 की वृद्धि का लक्ष्य है, जिससे की किसी किसान को धान बेचने के लिए ज्यादा दूर नहीं जाना पड़े। सहकारिता विभाग ने सभी जिलों को 25 अक्टूबर तक सक्रिय पैक्सों और व्यापार मंडलों की सूची तैयार कर भेजने का निर्देश दिया है।
जल्द शुरू होगी तैयारी
बिहार में पैक्स की संख्या आठ हजार 463 है। 500 व्यापार मंडल हैं। परंतु इनमें कई को वित्तीय अनियमित्ता या ऑडिट रिपोर्ट जमा न करने को लेकर रद्द कर दिया गया है।
सहकारिता विभाग ने सभी पैक्स और व्यापार मंडल को 29 अक्टूबर तक धान खरीद संबंधी बंदोबस्त कर लेने की सलाह दी है। तौल मशीन, ड्रायर, नमी मापक यंत्र समेत अन्य जरूरी उपकरणों व व्यवस्था जल्द हो तथा बैनर-पोस्टर लगाकर इसका प्रचार-प्रसार करने के लिए भी निर्देश दिए हैं।