बिहार के इस यूनिवर्सिटी को 4 साल बाद मिली MBA कोर्स की मान्यता, नए सत्र से शुरू होगा नामांकन
बिहार के सीमांचल क्षेत्र के बच्चों को अब एमबीए की पढाई के लिए बहार और महंगे कॉलेजों में नहीं जाना पड़ेगा। इस इलाके में MBA को लेकर गतिरोध अब दूर हो गया है। पूर्णिया विवि के लिए शुक्रवार का दिन छात्रों के लिए खुशखबरी लेकर आया। अब पूर्णिया विवि में एमबीए को मान्यता मिल गई है। इसकी जानकारी पूर्णिया विवि के पीआरओ प्रो.गौरीकांत झा ने दी।
विवि ने बताया की उच्च शिक्षा निदेशक डॉ.रेखा कुमारी ने चिट्ठी जारी की है। जारी चिट्ठी में एमबीए की मान्यता से लेकर सत्र 2019-20 सत्र का रिजल्ट भी घोषित करने को कहा है। इस खुशखबरी से पूरे विवि प्रशासन में खुशी का माहौल है।

2 साल से रिजल्ट के इंतजार में थे सत्र 2019-20 के छात्र
पूर्णिया विवि को राज्य सरकार से एक बड़ी सौगात मिली। निदेशक उच्च शिक्षा डा. रेखा कुमारी ने सत्र 2019-20 में नामांकित विद्यार्थियों का परीक्षा फल घोषित करने की अनुमति प्रदान कर दी है। इससे दो साल से रिजल्ट का इंतजार कर रहे छात्रों का अब आगे राह आसान होगा।

कई छात्र बैंक से लोन लेकर एडमिशन कराया था। लेकिन राज्य सरकार के बिना मान्यता लिए ही इसकी पढ़ाई शुरू करवाई गई थी। इसके बाद जब मामला राज्य सरकार के पास पहुंचा तो इस पर रोक लगा दी गई थी। लेकिन अब इसको मान्यता दे दी गई है।
नये सत्र में 40 सीटों पर नामांकन की मिली अनुमति
अब एमबीए के आगे के सत्रों में कुल 40 सीटों पर नामांकन की अनुमति प्रदान की गई। पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजनाथ यादव ने संकायाध्यक्षों की बैठक में राज्य सरकार द्वारा प्राप्त पत्र को सार्वजनिक किया। राज्य सरकार व उनके आला अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

बैठक में संकायाध्यक्ष, मानविकी प्रो. बीरेन्द्र नाथ झा, संकायाध्यक्ष, विज्ञान प्रो. अंजनी कुमार मिश्रा, संकायाध्यक्ष, सामाजिक विज्ञान-सह-अध्यक्ष, छात्र कल्याण प्रो. मरगूब आलम, संकायाध्यक्ष, वाणिज्य प्रो. जवाहर लाल राय के अतिरिक्त कुलानुशासक दिलीप कुमार झा, उप-कुलसचिव प्रशासन पटवारी यादव, उप-कुलसचिव स्थापना डा. अभिषेक आनन्द भी मौजूद रहे । इस अवसर पर विश्वविद्यालय मीडिया प्रभारी प्रो. गौरी कान्त झा ने कुलपति के सतत प्रयास की सराहना की ।