रेलवे ने महिलाओं को दी यह बेहतरीन सौगात, हर कोच में मिलेगी यह सुविधा, बेहतर सुरक्षा भी
भारतीय रेलवे (Indian Railways ) ने महिलाओं को बड़ी सौगात दी है। अब महिलाओं को लंबी दूरी का सफर तय करने में परेशानी नहीं होगी। महिला यात्रियों के बेहतर आवास और सुविधा के लिए रेलवे ने उन्हें रिजर्व बर्थ देने का फैसला किया है। पूर्व रेलवे ने आधी आबादी को बड़ा तोहफा दिया है। अब लंबी दूरी की ट्रेनों के प्रत्येक कोच में उनके लिए छह बर्थ आरक्षित रहेंगी। फिलहाल यह व्यवस्था आनंद विहार टर्मिनल से भागलपुर तक चलने वाली गरीब रथ एक्सप्रेस सहित राजधानी, हमसफर, दुरन्तो आदि ट्रेनों में लागू कर दी गई है। भागलपुर से खुलने वाली विक्रमशिला, सूरत, दादर, अंग एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों में भी जल्द ही नई व्यवस्था लागू कर दी जाएगी।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने बताया कि लंबी दूरी की ट्रेनों में महिला यात्रियों की आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए भारतीय रेलवे ने विशेष बर्थ निर्धारित करने सहित कई सुविधाएं शुरू की हैं। नई व्यवस्था के तहत 25 दिसंबर 2021 और एक जनवरी 2022 से गरीब रथ एक्सप्रेस में महिलाओं को आरक्षित सीटें मिलने लगेंगी। रेलवे ने ‘मेरी सहेली‘ की भी शुरुआत की है। जिसके तहत महिला यात्रियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

महिलाओं की सुरक्षा के लिए रेलवे ने किया फुल प्रूफ इंतजाम
60 से अधिक उम्र वाले पुरुष और 45 साल से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए लोअर बर्थ की है व्यवस्था।
रेल मंत्री ने यह भी कहा कि प्रत्येक स्लीपर कोच में छह से सात लोअर बर्थ कोच, 3एसी कोच में चार से पांच लोअर बर्थ, 2एसी कोच में तीन से चार बर्थ वरिष्ठ नागरिकों, 45 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं और गर्भवती महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इस श्रेणी के लिए सीटों का आरक्षित कोटा ट्रेनों में कोचों की संख्या के अनुसार तय किया जाएगा।

25 दिसंबर और एक जनवरी 2022 से गरीब रथ एक्सप्रेस में महिलाओं के लिए रिजर्व रहेंगी सीटें।
अश्विनी वैष्णव ने यह भी कहा कि महिलाओं और सभी यात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। महिला यात्रियों को बेहतर सुरक्षा मुहैया कराने के लिए रेलवे सुरक्षा बल (RPF), राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) और जिला पुलिस को विशेष निर्देश दिए गए हैं। रेल मंत्री ने कहा कि भारतीय रेलवे ने पिछले साल 17 अक्टूबर 2020 से एक विशेष पहल मेरी सहेली शुरू की है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करना है।
किसमें कितनी सीटें रहेंगी आरक्षित
- स्लीपर कोच में छह सीटें
- थर्ड एसी में चार से पांच बर्थ
- एसी टू में तीन से चार बर्थ
पूरे देश में चार हजार से अधिक ट्रेनें चलती हैं। प्रत्येक स्लीपर कोच में छह और उससे अधिक व ऐसी कोच में दो से तीन बर्थ महिलाओं के लिए आरक्षित की गई हैं। रेल मंत्री के आदेशानुसार कई ट्रेनों में नई व्यवस्था लागू हो चुकी है। धीरे-धीरे लंबी दूरी की अन्य ट्रेनों में भी इसे लागू कर दिया जाएगा। – एकलव्य चक्रवर्ती, पूर्व रेलवे के सीपीआरओ।
साप्ताहिक एक्सप्रेस के परिचालन का समय बदला
देवघर-अगरतल्ला के बीच चलने वाली साप्ताहिक एक्सप्रेस (15625/15626) के पारी परिचालन का समय-सारणी में बदलाव किया गया है। बदले गया नए समय-सारणी के अनुसार न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पर आगमन और प्रस्थान के लिए यह लागू होगा। इस संबंध में पूर्वोत्तर सीमा रेलवे ने गुरुवार को अधिसूचना जारी कर दिया है।
अप देवघर-अगरतल्ला एक्सप्रेस का तीन जनवरी से न्यू जलपाइगुड़ी स्टेशन पर सुबह 6:30 बजे पहुंचने और 10 मिनट बाद खुलने का समय 6:40 बजे है। वर्तमान में यह ट्रेन सुबह 7:30 में पहुंचती है और 7:40 बजे प्रस्थान करती है।
वहीं, डाउन अगरतल्ला-देवघर एक्सप्रेस का न्यू जलपाइगुड़ी स्टेशन पर आठ जनवरी से पहुंचने का समय शाम 5:15 बजे और प्रस्थान करने का समय 5:25 बजे रहेगा, जबकि वर्तमान में यह ट्रेन शाम 5:30 बजे पहुंचती है और 5:40 बजे प्रस्थान करती है।