रसोई गैस सिलेंडर पर फिर शुरू हुई सब्सिडी, खाते में पैसे आए या नहीं, ऐसे करें चेक
रसोई गैस सिलेंडर पर फिर शुरू हुई सब्सिडी, खाते में पैसे आए या नहीं, ऐसे करें चेक– क्या आप भी रसोई गैस सिलेंडर के डिलीवरी के बाद सब्सिडी का वेट कर रहे थे और सब्सिडी आया ही न हो तो यह खबर आपके लिए जरूरी यही । एलपीजी के सभी उपभोक्ताओं के लिए बड़ी खुशखबरी है।
रसोई गैस सिलेंडर पर फिर शुरू हुई सब्सिडी
एलपीजी सब्सिडी यानी रसोई गैस की सब्सिडी के खाते में न आने से लोग परेशान थे और गैस एजेंसी में लगातार इस बात की शिकायत आ रही थी लेकिन अब ग्राहकों के खाते में सब्सिडी आने लगी है । अब दुबारा सब्सिडी शुरू होने के बाद ये शिकायतें आनी बंद हो गई हैं । यदि आपकी भी ऐसी कोई शिकायत थी तो अब आप अपने खाते की जाँच कर सकते हैं । खाते में पैसे आए या नहीं, ऐसे करें चेक-
आप घर बैठे आसानी से अपने खाते में सब्सिडी चेक कर सकते हैं। अपने स्मार्ट फ़ोन या लैपटॉप के माध्यम से आप महज थोड़े ही क्लिक में यह जान सकते हैं कि आपके खाते में सब्सिडी आती है या नहीं । चलिए इसके प्रोसेस को समझते हैं ।
ऐसे चेक करें खाते में सब्सिडी आई या नहीं
- सबसे पहले आपको www.mylpg.in पर जाना होगा ।
- आपको स्क्रीन के दाईं तरफ गैस कंपनियों के गैस सिलेंडर की फोटो नजर आएगी, वहां आप अपने सर्विस प्रोवाइडर के गैस सिलेंडर की फोटो पर क्लिक करें।
- इसके बाद आपको सबसे ऊपर दाईं तरफ साइन-इन और न्यू यूजर के ऑप्शन दिखेगा जिसपर क्लिक करना होगा ।
- अगर आप पहले से यहां अपनी आईडी बना रखी है तो साइन-इन करें अन्यथा न्यू यूजर पर टैप कर वेबसाइट पर लॉगइन करें।
- स्क्रीन के दाईं तरफ व्यू सिलेंडर बुकिंग हिस्ट्री पर क्लिक करे ।
- अब आपके स्क्रीन पर यह जानकारी शो होगी कि आपको किस सिलेंडर पर कितनी सब्सिडी दी गई है और कब दी गई है।
- यदि आपने गैस के डिलीवरी के बाद सब्सिडी का पैसा नहीं मिला है तो आप फीडबैक वाले बटन पर क्लिक कर के अपना शिकायत दर्ज कर सकते हैं ।
- इसके अलावा आप इस टोल फ्री नंबर 18002333555 पर फ्री में कॉल कर इसकी शिकायत दर्ज करा सकते हैं ।
क्यों रुक जाती है सब्सिडी
सब्सिडी नहीं आने या रुक जाने का सबसे बड़ी वजह आधार लिंक न होना । आपको बता दें कि जिन लोगों की सालाना इनकम 10 लाख रुपये या इससे ज्यादा है, उन्हें भी सब्सिडी नहीं दी जाती है। इसके अलावा कभी कभी बैंक खाते में एरर या सर्वर एरर के कारन भी सब्सिडी को रिसीव नहीं किया जाता है ।