KBC में 5 करोड़ रुपये जीतने वाले बिहार के सुशील कुमार अब क्यों है चर्चा में? जानिए वजह
केबीसी सीजन 5 के विजेता और बिहार से करोड़पति बनने वाले सुशील कुमार (KBC Winner Sushil Kumar) एक बार फिर से चर्चा में हैं। केबीसी विनर सुशील के सुर्खियों में रहने की वजह इस बार उनका पर्यावरण प्रेम बना है। दरअसल सुशील इन दिनों विलुप्त होने के कगार पर पहुंच चुके घरेलू पक्षी गौरैया के संरक्षण पर जोर शोर से काम कर रहे हैं।
बिहार सरकार ने गौरैया को राजकीय पक्षी घोषित कर संरक्षण की दिशा में पहल किया, जिसे सुशील कुमार आगे बढा रहे हैं। सुशील मोतिहारी नगर से लेकर गांव तक जहां कभी गौरैया आती थी वहां घोंसला लगा रहे है।
![KBC Season 5 Winner Sushil Kumar](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/04/KBC-Season-5-Winner-Sushil-Kumar.png)
लाखों की संख्या में लगाये गये चम्पा के पौधे
चम्पा नामक फूल के खुशबु बिखरे इलाके होने के कारण बिहार का उत्तरी भाग चम्पारण के नाम से प्रसिद्ध हुआ। लेकिन कालान्तर में चम्पारण से चम्पा के जंगल विलुप्त हो गये। केबीसी विजेता सुशील कुमार ने इसी चम्पा के पौधों को लगाने के लिए पिछले कई सालों से अभियान शुरु किया। इस दौरान पूर्वी चम्पारण में लाखों की संख्या में पौधे लगाये गये हैं जिससे उम्मीद जगने लगी है।
![Sushil Kumar started a campaign for the last many years to plant Champa plants.](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/04/Sushil-Kumar-started-a-campaign-for-the-last-many-years-to-plant-Champa-plants..jpeg)
राजकीय पक्षी गौरैया के संरक्षण का अभियान
इस अभियान के साथ ही सुशील कुमार ने एक नया अभियान शुरु किया है, वह है राजकीय पक्षी गौरैया के संरक्षण का। सुशील प्रतिदिन सुबह अपनी स्कूटी से किसी न किसी इलाके में निकल जाते हैं। स्कूटी में लटके झोला में गौरैया का घोंसला, कांटा और हथौडा रहता है।
![Sushil Kumar started the campaign for the protection of the state bird Sparrow](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/04/Sushil-Kumar-started-the-campaign-for-the-protection-of-the-state-bird-Sparrow.jpg)
सुशील इन घोंसलों को पहले ऑनलाइन मंगाते थे लेकिन अधिक दाम होने के कारण सुशील ने घोंसले का निर्माण शुरु कराया और उन घोंसलों को जहां कभी भी गौरैया आती और रहती थी, उन स्थानों पर लगाना शुरु किया है।
फेसबुक मित्र से मिली घोंसला लगाने की प्रेरणा
सुशील बताते हैं कि गौरैया का घोंसला लगाने की प्रेरणा फेसबुक मित्र से मिली। अभियान को शुरु करने में थोड़ी परेशानी आयी लेकिन अब मोतिहारी नगर और ग्रामीण इलाकों से लोग फोन कर बुलाते हैं और घोंसला को लगाते हैं।
सुशील बताते है कि वो अपने खर्च पर लोगों को मुफ्त में घोंसला उपलब्ध करा रहे है। एकौना चाणक्यपुरी मुहल्ला निवासी शैलेन्द्र मिश्र बाबा ने बताया कि सुशील कुमार के अभियान के बारे में जानकारी मिली।
![Sushil Kumar providing nest for free](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/04/Sushil-Kumar-providing-nest-for-free.jpg)
मेरे भी घर में पहले गौरैया आती थी जिस कारण सुशील कुमार को अपने घर बुलाया और सुशील गौरैया का घोंसला लेकर आये, जिसे उन्होंने अपने घर में लगाया है।
इस अभियान से जुड़ रहे लोग
सुशील कुमार के गौरैया संरक्षण के इस अभियान की जानकारी अब आम लोगों तक पहुंचने लगी है। लोग सुशील कुमार को गौरैया के आऩे वाले जगहों की जानकारी देने के साथ अब इस अभियान से जुड़ भी रहे हैं।
![People joining the campaign of sparrow conservation](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/04/People-joining-the-campaign-of-sparrow-conservation.png)
समाजसेवी आलोक दत्ता बताते हैं कि प्रकृति को सुन्दर बनाने के लिए पक्षियों की अहम भूमिका है और इसे हमें संरक्षण देने की जरुरत है, इसी कारण सुशील कुमार के गौरैया संरक्षण के इस अभियान में सहयोगी की भूमिका निभा रहे हैं।