बिहार में इंजीनियर के घर रेड, कैश गिनने के लिए मँगवाई गई मशीने, नोट देख कर अफसर भी चकराए
बिहार में भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है। इसी क्रम में एक बड़ी खबर सामने आ रही है। निगरानी विभाग की टीम ने एक इंजीनियर के ठिकानों पर एक साथ छापा मारा है। छापे को लेकर चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आई हैं। आरोपी इंजीनियर के ठिकानों से बड़ी तादाद में भारतीय नोट बरामद किए गए हैं। इतीन बड़ी संख्या में भारतीय नोट देखकर निगरानी की टीम भी हतप्रभ रह गई।
यह कोई पहला मौका नहीं है, जब बिहार में इस तरह के छापे मारे गए हैं। इससे पहले भी निगरानी विभाग की टीम भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ छापेमारी कर चुकी है। आपको बता दें कि बिहार में भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ लगातार छापा मारने की कार्रवाई की जा रही है।

कैश गिनने के लिए मशीन मंगवाई गई
बिहार में विजिलेंस ने रूरल डेवलपमेंट डिपार्टमेंट के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के ठिकानों से 5 करोड़ से ज्यादा कैश बरामद किया है। इंजीनियर संजय कुमार राय के पटना के 2 और किशनगंज के 3 ठिकानों पर छापेमारी की गई है। पटना के ठिकानों से सवा करोड़ कैश तो किशनगंज से 4 करोड़ रुपए मिले हैं। दोनों जगह कैश गिनने के लिए मशीन मंगवाई गई थीं।

इंजीनियर संजय कुमार राय का घर पटना के बसंत बिहार कॉलोनी में है, जबकि तैनाती किशनगंज जिले में है। विजिलेंस की दो टीमों ने शनिवार सुबह 7 बजे एक साथ पटना और किशनगंज में छापे मारे। किशनगंज में 13 मेंबर्स की टीम ने संजय कुमार राय के रूईधाशा, उसके पर्सनल असिस्टेंट ओम प्रकाश यादव के लाइनपाड़ा और कार्यालय के कैशियर खुर्रम सुल्तान के लाइनपाड़ा में बने घर पर छापेमारी की।
लाखों की ज्वेलरी, मिले जमीन और इंवेस्टमेंट के पेपर
बरामद कैश में करीब 3 करोड़ रुपए पर्सनल असिस्टेंट ओम प्रकाश यादव के घर से 4 करोड़ और कैशियर के घर से करीब एक करोड़ कैश मिले हैं। ओम प्रकाश यादव को संजय कुमार राय ने अपने खर्च पर रखा था। इसी के माध्यम से वसूली करता था।

पटना में संजय कुमार राय के घर से सवा करोड़ रुपए, लाखों रुपए की ज्वेलरी, बड़े स्तर पर जमीन और फाइनेंशियल इंवेस्टमेंट के कागजात मिले हैं। जिनका कैलकुलेशन अभी किया जा रहा है।
बैंक स्टेटमेंट भी चेक कर रही विजिलेंस टीम
इंजीनियर के बैंक स्टेटमेंट को भी विजिलेंस टीम चेक कर रही है। पटना में छापेमारी कर रहे डीएसपी सुजीत कुमार सागर के अनुसार इंजीनियर की अवैध कमाई की शिकायत मिलने पर जांच की गई थी। इसमें भ्रष्टाचार के ठोस सबूत मिले थे।

इसके बाद ही पटना स्थित निगरानी थाना में इनके खिलाफ से आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया गया था। फिर विजिलेंस टीम कोर्ट से इनके ठिकानों को सर्च करने के लिए परमिशन मांगा गया था। कोर्ट से आदेश मिलते ही कार्रवाई कर दी गई। शाम तक इस मामले में और भी नए खुलासे हो सकते हैं।
