बिहार: पंचायत चुनाव में वोटिंग के दौरान मतदाताओं के अकाउंट से हुए पैसे गायब, बायोमेट्रिक मशीन से ठगी का मामला
बिहार: पंचायत चुनाव में वोटिंग के दौरान मतदाताओं के अकाउंट से हुए पैसे गायब, बायोमेट्रिक मशीन से ठगी का मामला- क्या हो अगर आप वोट करने जाये और वारीफिकेशन के लिए उपलब्ध बायोमेट्रिक मशीन पर उंगली रखते ही आपके खाते से पैसे कट जाये । बिहार के मुंगेर से ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है।
वोटिंग के दौरान मतदाताओं से हुई ठगी
मतदाता बिहार पंचायत चुनाव के 9वे चरण के दौरान वोट डालने पहुंचे थे । तभी मतदाताओं के खाते से अचानक रुपये गायब होने लगे। पोलिंग बूथ पहुंचे मतदाताओं ने जैसे ही बायोमेट्रिक पर अंगुली रखी उनके पैसे कटने लगे। । मामला मुंगेर सदर प्रखंड के चड़ौन में बूथ संख्या 145 का है जहाँ यह अजीबो गरीब मामला देखने को मिला ।
बायोमेट्रिक मशीन से ठगी का मामला
सदर प्रखंड स्थित चड़ौन मध्य विद्यालय में बने मतदान केंद्र पर बायोमेट्रिक सिस्टम की आड़ में सोमवार को दर्जनों मतदाताओं के साथ ठगी के घटना को अंजाम दिया गया । उनके खाते से राशि की निकासी कर ली गई। इसका पता उन्हें तब चला जब वोट देने के बाद उनके मोबाइल पर खाते से राशि की निकासी का संदेश आया। फिर क्या था देखते देखते दर्जनों को ऐसे सामने आये जिनके साथ यह घटना हुई थी जिसके बाद सभी ने हंगामा करना शुरू कर दिया।
सूचना मिलते ही सदर एसडीओ खुशबू गुप्ता पहुंची और बायोमेट्रिक मशीन पर प्रतिनियुक्त युवक को हिरासत में लिया। युवक ने राशि निकासी की बात स्वीकार कर ली है। युवक की पहचान हवेली खड़गपुर के रवि कुमार सिंह के रूप में हुई है ।
किसके खाते से गए कितने रुपये
अब बात करे किसके खाते से कितने राशि की निकासी हुई तो चड़ौन गांव की निभा कुमारी के खाते से पां हजार, सोनी कुमारी के खाते से 10 हजार, मधु देवी के खाते से 10 हजार, जयराम चौधरी के खाते से 10 हजार, विभा देवी के खाते से 10 हजार, अमृता प्रीतम के खाते से 10 हजार, उषा कुमारी के खाते से चार हजार सहित कई और के खातों से आधार कार्ड को माध्यम से निकासी हुई ।
पंचायत चुनाव में फर्जी वोटिंग को रोकने के लिए बूथों पर राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर इस बार बायोमेट्रिक सिस्टम के द्वारा वोटरों का अंगूठा लिया जा रहा था। आरोपित रवि कुमार सिंह भी मध्य विद्यालय चड़ौन स्थित बूथ संख्या-145 पर मतदान करने पहुंचे वोटरों को आधार कार्ड नंबर भी ले रहा था। वोटरों के मोबाइल पर उनके खाते से राशि की निकासी का मैसेज आया तब इसका खुलासा हुआ। पुलिस ने जब युवक को हिरासत में लिया तब उसके पास से दो बायोमेट्रिक सिस्टम बरामद हुआ। एक मशीन चुनाव की आयोग की ओर से दी गई थी वहीँ दूसरा आरोपित का था।