बिहार की ग्रामीण महिला उद्यमियों को उत्पादों के लिए मिला प्लेटफार्म, शुरू हुआ ‘उड़ान आर्ट एवं क्राफ्ट शॉप’
बिहार के ग्रामीण परिवेश की महिला उद्यमियों को पटना में उनके उत्पादित विभिन्न प्रकार के हस्तशिल्प, हैंडलूम, खाद्य पदार्थ आर्ट व क्राफ्ट, मधुबनी पेंटिंग, टिकुली आर्ट एवं साज-सज्जा आदि की सामग्रियों के विक्रय के लिए एक मंच मिला है। यह महिला एवं बाल विकास निगम की दुकान ‘उड़ान’ है, जिसका उद्घाटन निगम की अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक एवं अन्य गणमान्य अतिथियों ने किया है।
पटना के डाकबंगला चौराहा स्थित लोकनायक जय प्रकाश नारायण भवन में बनाए गए इस आउटलेट का उद्देश्य महिला उद्यमियों व शिल्पियों द्वारा उत्पादित समाग्रियों के लिए न केवल एक प्लेटफार्म उपलब्ध करना है, बल्कि उनके आर्थिक स्वावलंबन के लिए भी कार्य करना है ।

कला व शिल्प उत्पाद सुलभ कराएगी आउटलेट
निगम की अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक ने कहा कि निगम के द्वारा 2003 में यह दुकान शुरू की गई थी, लेकिन पिछले लगभग 18 सालों से यह बंद थी। इसका पुनर्निर्माण किया गया है। इसका संचालन बिहार महिला उद्योग संघ के द्वारा दिया जायेगा।
इसकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देते हुए यहां यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सही मूल्य पर बिहार के विविध प्रकार के कला और शिल्प के उत्पाद लोगों के लिए सुलभ हो सकें। ऐसी एक दुकान हर जिले में होनी चाहिए, ताकि स्थानीय स्तर के महिला उद्यमियों के उत्पाद के सही मूल्य मिल सकें।

इस दौरान बिहार महिला उद्योग संघ की श्रीमती उषा झा, परियोजना निदेशक अजय कुमार श्रीवास्तव, निदेशक राजीव वर्मा, प्रशासी पदाधिकारी पूनम कुमारी सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
बिहार की ग्रामीण महिला उद्यमियों के हित में पहल
विदित हो कि महिला एवं बाल विकास निगम बिहार में महिलाओं के विकास के लिए विविध योजनाओं के निर्माण व उनके कार्यान्वयन के लिए किया गया है। यह बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत काम करता है। ‘उड़ान’ बिहार की ग्रामीण महिला उद्यमियों के हित में इसकी एक पहल है।
