लोग ताने मारकर बोलते थे नचनिया बनेगा, फौजी स्क्रिप्ट से रातों-रात छाया बिहार का “वायरल कलाकार”
‘सिर्फ पैसे कमाने होते तो और भी ऑप्शन थे मेरे पास, पर ये जो वर्दी मैंने पहनी है न, इसे कमाना पड़ता है, इसकी कीमत चुकानी पड़ती है।’ 2020 में जब बिहार के उज्जवल श्रीवास्तव के ‘फौजी’ वीडियो का ये डायलॉग वायरल हुआ तो वो देखते ही देखते फेमस हो गए। हालांकि, ये स्क्रिप्ट उनके एक व्यूअर ने ही लिखकर भेजी थी, जिस पर उज्जवल ने एक्टिंग की।
वो पिछले कई सालों से स्टूडेंट्स, यूथ से जुड़े मुद्दों पर वीडियो क्रिएट कर रहे हैं। 2019 से अपना यूट्यूब चैनल ‘वायरल कलाकार’ चला रहे हैं। लेकिन उज्जवल के माता-पिता और रिश्तेदार चाहते थे कि वो एक्टर तो कतई न बनें, इंजीनियर, डॉक्टर या सरकारी नौकरी कर गांव, घर-परिवार का नाम रोशन करें।

लोग ताने मारने लगे- नचनिया बनेगा
उज्जवल बताते हैं, मम्मी-पापा के सामने बिहार से बहुत कम ऐसे एक्टर्स के उदाहरण हैं, जो एक्टिंग फील्ड में नाम कमा रहे हैं। हालांकि OTT प्लेटफॉर्म आने के बाद ये बातें गलत साबित हुई हैं। जब मैं एक्टिंग करने लगा तो लोग पहले ताने मारा करते थे। कहने लगे, नचनिया बनेगा।

अब उसी को अपने डायलॉग, एक्टिंग में तब्दील कर यूट्यूब से लाखों रुपए कमा रहा हूं। उज्जवल अपने बचपन का एक किस्सा बताते हैं। कहते हैं, जब छोटा था तो घर के लोग बिहारी बउआ कहते थे। कुछ बड़ा हुआ और एक्टिंग की तरफ मुड़ने लगा तो अगल-बगल के लोग ताने मारने लगे। बोलने लगे, नचनिया बनेगा।
जितने पैसे सपना भी उसी के मुताबिक
जब दसवीं की परीक्षा पास की तो पापा गांव वालों और रिश्तेदारों से पूछने लगे- बेटे को कौन-सा कोर्स कराया जाए? जिस तरह से किसी के बीमार पड़ने पर लोग तरह-तरह की सलाह देते हैं, मुझे भी सलाह मिलने लगी।
किसी ने कहा- JEE-NEET की तैयारी के लिए पटना भेज दो, तो किसी ने इलाहाबाद (अब प्रयागराज), कोटा, दिल्ली भेजने की सलाह दी। दरअसल, मिडिल क्लास फैमिली का बच्चा वो घड़ा होता है जिसे हर कोई अपना शेप देना चाहता है।

लेकिन जितने पैसे हमारे पास होते हैं, सपना भी उसी के मुताबिक देखना होता है। मुझे पढ़ने के लिए रोहतास से पटना भेज दिया गया। पापा के पास उतने पैसे नहीं थे कि वो मुझे बड़े शहरों में भेजें।
पापा का सपना था कि UPSC की तैयारी करूं
उज्जवल सिर के बाल को सुलझाते हुए अपनी लाइफ की स्टोरी में आगे बढ़ते हैं। कहते हैं, पटना आने के बाद JEE, NEET, ग्रेजुएशन में एडमिशन के लिए एंट्रेंस… सब कुछ की तैयारी की, लेकिन कुछ भी नहीं क्रैक कर पाया।

पापा का ये भी सपना था कि UPSC की तैयारी करूं, लेकिन जब लगातार असफल होने लगा तो सोच में पड़ गया कि जिंदगी में आखिर क्या कर सकता हूं? पढ़ाई बहुत हार्ड लगने लगी, पैसे बहुत ज्यादा लगने लगे तो सोचा कि सरकारी नौकरी की तैयारी कर लूं, लेकिन इसके लिए भी कई साल इंतजार करने पड़ते हैं। SSC से लेकर बैंकिंग समेत सभी कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी की, लेकिन हुआ कुछ नहीं।
इंग्लिश स्पोकन क्लास के दौरान ड्रामा-थिएटर के बारे में पता चला
12वीं के दौरान जब इंग्लिश स्पोकन क्लास कर रहा था तो ड्रामा-थिएटर के बारे में पता चला। वहां से एक्टिंग का चस्का लग गया। नाटकों में पार्टिसिपेट करने लगा, स्टेज शेयर करने लगा। तीन साल तक ये करता रहा।

इसके पीछे की उज्जवल वजह बताते हैं। कहते हैं, धीरे-धीरे लगने लगा कि इससे बेहतर कंटेंट भी हम बना सकते हैं। ये वो दौर था जब यूट्यूब की तरफ इंडिया में बहुत कम लोग मूव कर रहे थे। बिहार में ये संख्या न के बराबर थी।
आने वाला वक्त यूट्यूब का ही है
मुझे पता चल चुका था कि आने वाला वक्त यूट्यूब का ही है। वीडियो बनाने शुरू कर दिए, एक्टिंग करने लगा, लेकिन जब एक्टिंग को अपना करियर चुना तो घर में ड्रामा शुरू हो गया। मम्मी-पापा कहने लगे- तुम्हें एक्टर तो बनना नहीं था।

बाद में इस सेक्टर में बेहतर करने लगा तो घर वाले मान गए। ये सच है कि पटना आया तो था पढ़ने के लिए, लेकिन अब लोगों को पढ़ने के लिए इंस्पायर कर रहा हूं। अपने एक्टिंग में सपनों को जी रहा हूं।
अधिकांश वीडियो स्टूडेंट्स लाइफ और UPSC प्रिपरेशन पर बेस्ड
उज्जवल के कंटेंट की एक और खास बात है कि इनके अधिकांश वीडियो स्टूडेंट्स लाइफ, UPSC प्रिपरेशन बेस्ड, स्ट्रगल को लेकर ही होते हैं। वो कहते हैं, भले ही मेरे वीडियो पर कम व्यूज आते हों, लेकिन मैं लोगों की रियल कहानी कहना चाहता हूं ताकि वो इससे कनेक्ट हों।

एक्टिंग की बदौलत ही अब बॉलीवुड से भी कनेक्शन बन रहा है। वीडियो देखकर फिल्म इंडस्ट्री के लोग एप्रोच कर रहे हैं। यूट्यूबर से पहले एक एक्टर हूं, अच्छा काम मिलेगा तो जरूर करूंगा।
वायरल कलाकार बनने की कहानी
