बिहार के विश्विद्यालय का नया कारनामा, राजयपाल को बना दिया परीक्षार्थी, सोशल मीडिया पर वायरल
बिहार में दरभंगा स्थित ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय काम से ज्यादा अपने कारनामे के लिए चर्चा में रहता है। ताजा मामला हैरान और परेशान करने वाला है इस बार तो यूनिवर्सिटी ने सारी हदों को पार करते हुए बिहार के राजयपाल को ही अपने विश्वविद्यालय का परीक्षार्थी बना दिया है। महामहिम फागु चौहान को अपने यहां का परीक्षार्थी बनाते हुए स्नातक (थर्ड पार्ट) के एमिट कार्ड पर उनकी तस्वीर लगाते हुए जारी कर दी गई है।
गर्वनर फागू चौहान की तस्वीर एडमिट कार्ड पर जारी होने के बाद यह प्रवेश पत्र तेजी से न सिर्फ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है बल्कि ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी के कार्यकलाप पर भी सवाल खड़े कर रहा है। वायरल एडमिट कार्ड की पुष्टि खुद यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डाक्टर मुश्ताक अहमद ने भी की है।

छात्रों और साइबर कैफे पर फोड़ा इसका ठिकरा
कुलसचिव ने महामहिम फागु चौहान की तस्वीर एडमिट कार्ड पर चिपकाए जाने पर हैरानी जताते हुए यूनिवर्सिटी की गलती तो जरूर स्वीकार की लेकिन इसका ठिकरा छात्रों और साइबर कैफे पर फोड़ते हुए कहा कि पूरा फार्म छात्र खुद भरते हैं। ऐसे में यह काम छात्रो का है, या फिर साइबर कैफे वालों की बदमाशी के कारण भी अक्सर होता है। जिससे यूनिवर्सिटी की बदनामी होती है।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी माना कि इसमें यूनिवर्सिटी की भी गलती है और भविष्य में ऐसी गलती न हो इसके लिए विचार विमर्श कर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि छात्र लाखों में होते हैं ऐसे में सभी की तस्वीर को ध्यान से देखना और पहचान करना संभव नहीं है। लाखों एडमिट कार्ड एक साथ टेक्नोलॉजी के माध्यम से अपलोड किये जाते हैं।

जिसमें ऐसी खामियां कभी-कभी हो जाती हैं। इस मामले में उन्होंने बताया कि जिस छात्र के एडमिट कार्ड पर महामहिम की तस्वीर मिली है उस छात्र को नोटिस भेजकर कर बुलाया जाएगा और पूछताछ की जायेगी। जिसकी भी गलती होगी उसके ऊपर ठोस कार्रवाई की जायेगी।
राजनीति विज्ञान के परीक्षार्थी को 100 में से दिया गया था 151 अंक
29 जुलाई को इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर स्नातक द्वितीय खंड कला संकाय के एक परीक्षार्थी का अंकपत्र खूब वायरल हुआ था। अंक पत्र में राजनीति विज्ञान आनर्स के पेपर चार में परीक्षार्थी को 100 में से 151 अंक दिया गया था।
महंथ राम जीवन दास कालेज विशनपुर बेगूसराय के कला संकाय का परीक्षार्थी विवि के आधिकारिक साइट पर अपना परीक्षा परिणाम देखकर अचंभित हो गया। उसे सभी विषयों में कुल 420 अंक दिए गए थे।

इसके बाद भी अंकपत्र में फेल लिखा था। इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर सेंसेशन फैलने के बाद विवि की डाटा सेंटर की ओर से अंक पत्र को आधिकारिक साइट से हटा लिया गया था। जिसे बाद में सुधार कर जारी किया गया था।
