यूक्रेन में फंसी बिहार की बेटी रीमा, मेडिकल की पढाई के लिए गई थी, जानें किस-किस जिले के छात्र यूक्रेन में फंसे
रूस और यूकेन के बीच चल रहे युद्ध का असर अब बिहार में भी देखने को मिल रहा है। यूक्रेन में युद्ध के कारण बिहार में कई अभिभावक और परिवार वहां फंसे अपने बच्चों के लिए परेशान हो रहे हैं। दरअसल युद्ध की मार झेल रहे यूक्रेन में फंसे वैसे छात्रों की धड़कनें भी तेज हो गई हैं, जो बिहार-झारखंड से हजारों मील दूर यूक्रेन में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं।
मेडिकल-इंजीनियरिंग के ऐसे ही छात्र परेशान हैं, जो वतन वापसी की गुहार लगा रहे हैं। परिजनों ने भी सरकार से तत्काल कदम उठाये जाने की मांग की है। इधर मुंगेर जिला के तारापुर विधायक राजीव सिंह की बेटी रीमा सिंह भी यूक्रेन में फंसी है। रीमा सिंह एक सप्ताह पहले ही मेडिकल की पढ़ाई करने पश्चिमी यूक्रेन गई थी।
पश्चिमी यूक्रेन में फिलहाल तनावपूर्ण हालात
इस बारे में विधायक राजीव सिंह ने बताया कि बेटी अभी ठीक है। लेकिन जिस प्रकार के हालात वहां है उससे उनकी चिंता बढ़ गयी है। विधायक ने कहा बेटी जिस जगह है वहां खतरे की बात नहीं है। यदि किसी कारण से हालात बिगड़ते हैं तो यूनिवर्सिटी सुरक्षित स्थानों की व्यवस्था करेगा। मालूम हो कि पश्चिमी यूक्रेन में फिलहाल हालात तनावपूर्ण है।
मंत्री-सांसद ने बढ़ाया मनोबल
बिहार के मंत्री जीवेश मिश्रा ने यूक्रेन में फंसे बिहार और देश के सभी लोगों को जल्द वापस लाए जाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को वहां फंसे लोगों की चिंता है और सभी को भारतीय दूतावास बुलाया गया है।
जैसे ही स्थिति सामान्य होगी सभी को एयरलिफ्ट कर वापस लाया जाएगा। यूक्रेन में गोपालगंज के फंसे मेडिकल छात्रों से सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन ने वीडियो कॉलिंग कर बात की। उन्होंने छात्रों को धैर्य बनाए रखने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि सभी को वापस लाने के लिए ठोस कदम उठाएं।
जानें किस-किस जिले के छात्र यूक्रेन में फंसे
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्र और छात्राएं अपनी सुरक्षा को लेकर असहज हैं और वीडियो संदेश के जरिए सरकार से सुरक्षित वापसी की अपील कर रहे हैं, जिसके कारण उनके परिजन भी उनकी सुरक्षा को लेकर परेशान हैं।
लखीसराय जिले के बड़हिया थाना क्षेत्र के खूटहाडीह निवासी मनीष भी यूक्रेन में फंस गया है। खबर के मुताबिक मनीष विनितया यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है। लेकिन वर्तमान समय वह खतरे में है। मनीष के पिता मनोज कुमार उसकी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
मनीष ने वीडियो कॉल के माध्यम से वहां के स्थिति के विषय में अपने परिवार को जानकारी दी है। जिसके बाद उसके परिजनों ने राहत की सांस ली। मनीष के परिजनों ने केंद्र सरकार से उसे सुरक्षित भारत लाने की गुहार लगाई है। इधर युद्ध के दौरान लगातार बमबारी हो रही है।
सहरसा के बटराहा के रहने वाले प्रवीण युक्रेन के राजधानी कीव में फंसे हैं। उनके परिजन रो-रो कर सरकार से घर वापसी की गुहार लगा रहे हैं।
सरकार से सुरक्षित वापसी की अपील
किशनगंज जिले के बेलवा पंचायत के हसीबुल रहमान के बेटे अयाज अर्शी यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है। यूक्रेन में ताजा हालात को लेकर अर्शी के परिजन परेशान हैं और सरकार से सुरक्षित वापसी की अपील कर रहे हैं।
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां पढ़ाई कर रही जमुई की बेटी नयनतारा फंसी हुई हैं। वीडियो कॉल के जरीए अपने परिजनों को संदेश भेज रही हैं। वही नयनतारा के परिजन बेटी की सुरक्षित घर वापसी के लिए सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं।
जहानाबाद नगर परिषद क्षेत्र के प्रोफेसर कॉलोनी निवासी अमरेंद्र कुमार के पुत्र अंशुमन यूक्रेन में मेडिकल फाइनल इयर में हैं। वहां भारतीयों को हॉस्टल से बाहर निकलने की मनाही है। फिलहाल फ्लाइट भी नहीं है। वे दूतावास से संपर्क बनाए हुए हैं।
वहां के हालत के विषय में बताया
वैशाली जिले के महुआ का पुत्र शशि कुमार 3 वर्षों से यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। शशि ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए यूक्रेन के हालात को बयान किया है। साथ ही अपने परिजनों का हौसला भी बढ़ा रहा है।
शशि के परिजनों ने प्रधानमंत्री मोदी से अपील की है कि जल्द से जल्द यूक्रेन में फंसे तमाम भारतीयों को वापस लाने के लिए ठोस कदम उठाएं ताकि उनके बच्चे की सकुशल वापसी हो सके।
यूक्रेन में भागलपुर सुल्तानगंज थाना क्षेत्र कटहरा निवासी मनोज कुमार सिंह का बेटा शुभम सम्राट फंसा है। शुभम सम्राट एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन गया था। शुभम ने भारत सरकार से यूक्रेन से सुरक्षित वापसी की गुहार लगायी है।
वीडियो मैसेज के माध्यम से खारविक यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे खगड़िया निवासी छात्र अंकित ने वहां के हालत के विषय में बताया। और केंद्र सरकार से वहां फंसे छात्रों को सुरक्षित तरीके से निकालने की गुहार लगाई है।