बिहार के जूनियर IAS ऑफिसर्स अपने सीनियर से ज्यादा अमीर, टॉप 10 में वंदना सहित ये अफसर
बिहार में जूनियर आईएएस की संपत्ति सीनियर आईएएस अफसरों से ज्यादा है। यह निष्कर्ष उनकी ओर से घोषित की गई संपत्ति के आधार पर है। कुल 203 आईएएस अफसरों में 60 ने तो अपनी संपत्ति घोषित ही नहीं की है और 64 ने आधी-अधूरी जानकारी दी है। शेष 79 अफसरों की ओर से दिए गए संपत्ति के संपूर्ण ब्यौरे के आधार पर यह सामने आया कि जूनियर अधिकारी अपने सीनियर से ज्यादा धनवान हैं।
जिन्होंने पूर्ण जानकारी नहीं दी है या अपनी संपत्ति बताई ही नहीं है, यदि यह सामने आई तो संपत्ति के मामले में अफसरों के क्रम में उलटफेर भी संभव है। कुल संपत्ति में पति-पत्नी तथा पैतृक शामिल है। सबसे अधिक संपत्ति वाले बिहार कैडर के टॉप 10 आईएएस में दो ही अपर मुख्य सचिव रैंक के हैं, बाकी प्रधान सचिव और सचिव स्तर के हैं। सबसे अधिक संपत्ति कला संस्कृति एवं सहकारिता विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी की है।

टॉप 10 में नए और पुराने अफसर भी
उनकी कुल संपत्ति 7.61 करोड़ रु. है। इसमें दो तिहाई हिस्सा अचल व आभूषण का है। दूसरे स्थान पर विकास आयुक्त विवेक कुमार सिंह हैं, उनकी कुल संपत्ति 6.99 करोड़ रु. में से 4 करोड़ से अधिक अचल संपत्ति है। सीनियरिटी को देखें तो वंदना प्रेयसी 2003 और विवेक सिंह 1989 बैच के हैं।

टॉप 10 में 32 साल पुराने 1989 बैच के तथा 12 साल पुराने 2010 बैच के अफसर भी हैं। 2010 बैच के कौशल किशोर हैं। 1989 बैच के 3, 1997 के 2, 1992 बैच के एक हैं। सरकार के आदेश पर अफसरों ने पिछले वित्तीय वर्ष की संपत्ति की घोषणा 31 मार्च 2022 तक की है।
सोना-चांदी, गाड़ी और फ्लैट-जमीन की कीमत नहीं बताई
आईएएस अधिकारियों की संपत्ति का बड़ा हिस्सा जमीन, मकान, पैतृक संपत्ति, सोना चांदी और निवेश से आता है। कुल 203 में 64 आईएएस ने संपत्ति की पूरी जानकारी नहीं दी है। किसी ने सोना-चांदी का मूल्य नहीं दिया, तो किसी ने पैतृक संपत्ति का।

कई ने गाड़ी, फ्लैट, जमीन के मूल्यों की जानकारी भी नहीं दी है। जमुई के डीएम अवनीश कुमार सिंह के संपत्ति के ब्यौरे में पिछले साल की तरह ही लिखा हुआ है, यानि इनकी संपत्ति में कुछ भी वृद्धि या कमी नहीं हुई है।
पिछले साल वाला ही दिया ब्यौरा
143 अफसरों की संपत्ति के विश्लेषण में यह तथ्य सामने आया कि 59 अफसरों पर कोई कर्ज नहीं है। वहीं जमुई के डीएम अवनीश कुमार सिंह ने पिछले साल वाले ब्यौरे को ही इस साल भी जारी किया है।