बिहार के ऋषभ कालानी बने ICSE 10वीं के टॉपर, पुरे देश में प्राप्त किया तीसरा स्थान, मिले 99.4% मार्क्स
बिहार के पूर्णिया जिले के लाल ऋषभ कलानी ने कमाल किया है। ऋषभ कलानी ने आईसीएसई बोर्ड की 10 वीं परीक्षा में ऑल ओवर इंडिया में तीसरा स्थान लाया। इसके साथ ही उन्होंने पूर्णिया का नाम बिहार के साथ भारत में रौशन किया है। ऋषभ ने पूरे बिहार में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। आईसीएसई बोर्ड की दसवीं की परीक्षा में ऋषभ कलानी को 500 में 497 मार्क्स मिले है।
ऋषभ की सफलता पर स्कूल के साथ-साथ परिजन भी काफी खुश हैं। फिलहाल ऋषभ आइआइटी की तैयारी कर रहा है और उसका प्रथम लक्ष्य आइआइटी में बेहतर रैंक प्राप्त करना है। इसके लिए उसने दिल्ली में अपनी तैयारी भी शुरु कर दिया है।
![Rishabh Kalani Ranked 3rd in All Over India in ICSE Board 10th Exam](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/07/Rishabh-Kalani-Ranked-3rd-in-All-Over-India-in-ICSE-Board-10th-Exam.png)
माता-पिता ने सोचा नहीं था पूरे देश में तीसरा स्थान आएगा
आरएनसाव चौक के पार्वती हाता निवासी ऋषभ के पिता संजय कुमार कलानी बिजनेसमैन हैं। बेटे की सफलता से काफी खुश हैं। ऋषभ के पिता ने बताया कि हर पिता का सपना होता होता है कि अपने माता-पिता का नाम रौशन करे।
![Rishabh has studied at Urs Line Convent School since the beginning.](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/07/Rishabh-has-studied-at-Urs-Line-Convent-School-since-the-beginning..png)
ऋषभ की पढ़ाई शुरू से ही उर्स लाइन कान्वेंट स्कूल में हुई है जो शहर का इकलौता आईसीएसई बोर्ड का स्कूल है। हमलोगों को उम्मीद थी कि बेटे का रिजल्ट बेहतर आएगा। लेकिन यह सोचा नहीं था कि ऋषभ को आईसीएसई बोर्ड में ऑल ओवर इंडिया में तीसरा स्थान मिलेगा।
बचपन से ही पढ़ाई को गंभीरता से लेता था ऋषभ
पिता संजय ने कहा कि ऋषभ बचपन से ही पढ़ाई को गंभीरता से लेता है। पिछले सभी क्लास में फर्स्ट आया है। हमलोगों ने कभी पढ़ाई के लिए उसपर कि दवाब नहीं बनया। पहले स्कूल फिर दोपहर में कोचिंग और रात में सेल्फ स्टडी उसकी डेली का रूटीन था।
![Rishabh Kalani has got 497 marks out of 500 in ICSE boards 10th exam.](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/07/Rishabh-Kalani-has-got-497-marks-out-of-500-in-ICSE-boards-10th-exam..png)
कोविड के कारण से ऑन लाइन क्लास होती थी। लेकिन ऋषभ मोबाइल का इस्तेमाल सिर्फ क्लास करने या स्कूल के द्वारा दिए गए असाइनमेंट को भेजने के लिए ही करता था।
एग्जाम के दौरान अपने ऊपर प्रेशर हावी नहीं होने दें
ऋषभ ने बताया कि एग्जाम के दौरान कभी अपने ऊपर प्रेशर हावी नहीं दें। जिस तरह से अन्य दिनों में स्टडी करता था उसी तरह उसने पढ़ाई जारी रही। क्लास और कोचिंग की पढ़ाई के बाद वह तैयार किए गए नोट्स की अच्छी से पढ़ाई करता था।
ऋषभ ने अपने सफलता का श्रेय अपने पिता संजय कलानी, मां दीपिका कलानी, दादा बाल किशन जी कलानी ,दादी शकुन्तला कलानी, यश और टीचर को दिया।
![prayas 2.0 batch](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/07/prayas-2.0-batch.jpg)