भारत में इन 7 रूटों पर तूफानी रफ़्तार से दौड़ेगी Bullet Train, जानिए रेल मंत्री ने क्या कहा
अब भारत में Bullet train से सफर को हो जाइए तैयार। क्योंकि रेल मंत्रालय ने 7 हाई स्पीड रेल (बुलेट ट्रेन) कॉरिडोर के लिए सर्वेक्षण करने और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने का निर्णय लिया है। राज्यसभा में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा दी कि मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना के लिए अब तक गुजरात में 954.28 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है।
केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने शनिवार को कहा कि प्रस्तावित मुंबई-नागपुर हाई स्पीड रेल कॉरिडोर की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) इस महीने के अंत तक या मार्च के पहले सप्ताह तक तैयार हो जाएगी। उन्होंने बताया कि इस समय ऐसे सात कॉरिडोर के लिए बुलेट ट्रेन की डीपीआर का काम किया जा रहा है।

इन रूटों पर दौड़ेगी ट्रेन
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर का ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर साबरमती में होगा। रेल मंत्री के अनुसार देश में बुलेट ट्रेनों के लिए 7 रूट तय हैं। इनमें ये प्रमुख रूट शामिल है:
- मुंबई-अहमदाबाद (508 किलोमीटर)
- दिल्ली-नोएडा-आगरा-लखनऊ-वाराणसी (865 किलोमीटर),
- दिल्ली-जयपुर-उदयपुर-अहमदाबाद (886 किलोमीटर),
- मुंबई-नासिक-नागपुर (753 किलोमीटर),
- मुंबई-पुणे-हैदराबाद , (711 किलोमीटर),
- चेन्नई-बेंगलुरु-मैसूर, (435 किलोमीटर) और
- दिल्ली-चंडीगढ़-लुधियाना-जालंधर-अमृतसर (459 किलोमीटर) शामिल होंगे।

इन जगहों पर भूमि अधिग्रहण
रेल मंत्री ने कहा कि खास तौर पर महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण में देरी तत्पश्चात ठेकों को आखिरी रूप देने में देरी और कोविड-19 के प्रतिकूल प्रभाव से मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना के अमल में आने में देरी हुई।

मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना के लिए अभी तक गुजरात में 954.28 हेक्टेयर में 941.13 हेक्टेयर यानी 98.62 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण किया गया है। जबकि दादर और नागर हवेली में 7.90 हेक्टेयर (100 प्रतिशत) भूमि का अधिग्रहण हो चुका है। महाराष्ट्र में 433.82 हेक्टेयर में से 247.01 हेक्टेयर भूमि का ही अधिग्रहण हो सका है। जो 56.39 प्रतिशत है।
रोज चलेंगी 35 बुलेट ट्रेनें
गौरतलब है कि मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर पर बुलेट ट्रेन 320 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से 508 किलोमीटर और 12 स्टेशनों की दूरी तय करेंगी।

वहीं पीक आवर्स में 20 मिनट और नॉन-पीक आवर्स में 30 मिनट की फ्रीक्वेंसी के साथ हर रोज एक दिशा में 35 ट्रेनें होंगी। लिमिटेड स्टॉप (सूरत और वडोदरा में) के साथ ट्रेन इस दूरी को 1 घंटे और 58 मिनट में तय करेगी। बाकी सभी स्टॉप के साथ 2 घंटे 57 मिनट लगेंगे।
झारखंड में बनेंगे तीन स्टेशन
वाराणसी-हावड़ा हाई स्पीड रेल कारिडोर के लिए प्रारंभिक सर्वे का काम पूरा हो चुका है। यह वाराणसी से बिहार होते हुए झारखंड पार कर पश्चिम बंगाल के हावड़ा तक जाएगा। हालांकि अभी यह तय नहीं है, कि झारखंड में किन-किन स्थानों पर बुलेट ट्रेन के लिए स्टेशन बनेंगे।
धनबाद और गया के बीच रेल लाइन के दोनों तरफ खड़ी की जा रही दीवार। वाराणसी से हावड़ा के बीच हाई स्पीड ट्रेन चलाने की तैयारी। pic.twitter.com/RBe7slFLQd
— mritunjay pathak (@mpathak009) February 12, 2022
माना जा रहा है कि कोडरमा, पारसनाथ और धनबाद में स्टेशन बनाए जाएंगे। पारसनाथ में जैनियों का सबसे बड़ा तीर्थस्थल है। यहां स्टेशन होने से बुलेट ट्रेन को काफी यात्री मिलेंगे।
बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में हुई देरी
भारतीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि देश में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर चल रहे काम पर अपडेट है। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को संसद में स्वीकार किया कि मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना (बुलेट ट्रेन) के अमल में आने में फिलहाल थोड़ी देरी हुई है।
खास तौर पर महाराष्ट्र में जमीन अधिग्रहण में देरी और फिर ठेकों को आखिरी रूप देने सहित कई दूसरी वजहों से इसमें देर हुई है।