class 7 student complain girls call rasgulla

कक्षा 7 के छात्रों की शिकायत, लड़कियां रसगुल्ला बुलाती है, प्रिंसिपल को लिखा आवेदन – लड़कियां माफ़ी मांगे

औरेया के जवाहर नवोदय विद्यालय के कक्षा 7 के छात्रों का एक प्रार्थना पत्र इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। परेशान छात्रों ने प्रिंसिपल से गुहार लगाते हुए लेटर में लिखा है- लड़कियां रसगुल्ला, लल्ला और डामर बुलाती हैं। शिकायती पत्र में छात्रों ने मांग की है कि छात्राएं उनसे माफी मांगें। क्योंकि लड़कियां उन्हें गलत नामों से बुलाती और चिढ़ाती भी हैं।

The case of Jawahar Navodaya Vidyalaya of Auraiya
मामला औरेया के जवाहर नवोदय विद्यालय का

आपको बता दे की सोशल मीडिया पर कक्षा 7 के छात्रों द्वारा लिखा गया यह आवेदन काफी वायरल हो रहा है। हालाँकि मामले में स्कूल प्रशासन का कहना है कि यह प्रार्थना पत्र दो महीने पुराना है। फिलहाल मामला शांत है। वहीं, इस लेटर को पढ़ने के बाद लोग तरह-तरह के रिएक्शन भी दे रहे हैं।

आवेदन में लिखा- लड़कियां करती हैं डायलॉग बाजी

मामला औरेया के तैयापुर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय का है। यहां के कक्षा-7 के छात्रों ने सामूहिक रूप से एक लेटर प्रिंसिपल को लिखा है। लेटर में लिखा है, “सविनय निवेदन है हम लोग कक्षा सात (अ) के छात्र हैं। हम लोगों से लड़कियां गलत शब्द कहती हैं।

Viral application letter of class 7 students of Jawahar Navodaya Vidyalaya
जवाहर नवोदय विद्यालय के कक्षा 7 के छात्रों का वायरल प्रार्थना पत्र

जैसे- लल्ला, पागल, औकात में रहो। लड़कों का नाम बिगाड़ती हैं। डामर और रसगुल्ला तक कहती हैं। लड़कियां कक्षा में शोर मचाती हैं। गाना गाती और डायलॉग बाजी करती हैं।” यही नहीं, अपने प्रार्थना पत्र में छात्रों ने उन लड़कियों के नाम भी लिखे हैं।

सोशल मीडिया पर जमकर आए कमेंट

सोशल मीडिया पर लेटर वायरल होने के बाद तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं भी लोगों ने दी। सोशल मीडिया यूजर शुभम बागड़े ने लिखा, “यही पत्र लड़कियों का रहता तो अब तक बड़ी कार्यवाही होती।” दूसरे यूजर अर्पित दीक्षित ने कमेंट किया, “सोचिए ऐसा ही लेटर लड़कियों द्वारा लिखा जाता, फिर क्या दृश्य होता, कितना हंगामा होता, कानून व्यवस्था पर कितने सवाल होते, महिला आयोग संज्ञान ले चुका होता अब तक”।

People commented on children application on social media
सोशल मीडिया पर लोगों ने बच्चों के प्रार्थना पत्र पर किए कमेंट

एक और यूजर धीरेंद्र मिश्रा ने लिखा, ‘हमारे भारत में महिलाओं और लड़कियों के लिए तो बहुत सारे कानून बने हैं, उनके लिए राष्ट्रीय और राज्य महिला आयोग भी हैं, वुमन पावर लाइन है, लेकिन लड़कों और पुरुषों की कोई नहीं सुनता, उनकी समस्या का कोई मूल्य नहीं है।”

हॉस्टल प्रभारी ने कहा – 2 महीने पुराना है लेटर

मामले स्कूल की टीचर और हॉस्टल प्रभारी रितु नंदी ने बताया कि यह प्रार्थना पत्र दो महीने पुराना है। जिस दिन यह मामला सामने आया था, उसी दिन छात्र और छात्राओं को आपस में बैठाकर काउंसिलिंग कराई गई थी। लड़कियों को समझा दिया गया है।

School teacher Ritu Nanda told that the letter is two months old.
विद्यालय की टीचर रितु नंदा ने बताया कि लेटर दो महीने पुराना है

उनकी प्रॉब्लम्स सॉल्व की गई। उनके पेरेंट्स से भी बात की गई है। अब पूरा मामला शांत है। लड़कियों के द्वारा चिढ़ाने का मामला था। अब लड़के और लड़कियां दोनों संतुष्ट हैं। वहीं, कॉलेज के प्रिंसिपल संजीव गुप्ता ने कहा कि अभी मामले की जानकारी हुई है। जांच की जा रही है।

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *