पैसेंजर ट्रेनों को मेल एक्सप्रेस बनाकर यात्रियों से वसूला जा रहा दोगुना किराया, कराना पड़ रहा रिजर्वेशन
पैसेंजर ट्रेनों को मेल और एक्सप्रेस ट्रेन बनाकर अधिक किराया वसूला जा रहा है। इससे यात्रियों को इन ट्रेनों में रिजर्वेशन भी करानी पड़ रही है। साहिबगंज-भागलपुर-किऊल और भागलपुर-हंसडीहा-जसीडीह-किऊल रेलखंड पर चलने वाली कुछ ट्रेनों को छोड़ अधिकांश पैसेंजर ट्रेनों में रिजर्वेशन की झंझट से यात्रियों को अब तक मुक्ति नहीं मिल पाई है। अब भी एक्सप्रेस का किराया वसूल किया जा रहा है।
भागलपुर-दानापुर इंटरसिटी एक्सप्रेस, साहिबगंज-दानापुर इंटरसिटी एक्सप्रेस, भागलपुर-मुजफ्फरपुर जनसेवा एक्सप्रेस, जयनगर-भागलपुर एक्सप्रेस, ईएमयू और डीएमयू को छोड़ साहिबगंज-भागलपुर-किऊल और भागलपुर-हंसडीहा-जसीडीह-किऊल रेलखंड में चलने वाली सभी पैसेंजर ट्रेनों में एक्सप्रेस का किराया वसूलने के साथ ही अब भी रिजर्वेशन कराना पड़ रहा है।
जेनरल बुकिंग काउंटर से निर्गत नहीं किया जा रहा टिकट
पैसेंजर ट्रेनों और एक्सप्रेस व मेल ट्रेनों की सामान्य बोगियों में सफर करने वाले यात्रियों को अब भी जेनरल बुकिंग काउंटर से टिकट निर्गत नहीं किया जा रहा है, जबकि रेलवे बोर्ड ने घोषणा की थी कि कोरोना काल से पूर्व की तरह रेलवे में व्यवस्था लागू की जाएगी। रेलवे बोर्ड की घोषणा के तीन महीने बाद भी पैसेंजर ट्रेनों में यात्रियों को एक्सप्रेस का किराया देना पड़ रहा।
इधर, पुरानी व्यवस्था लागू होने पर पैसेंजर ट्रेनों से भागलपुर से कहलगांव, शिवनारायणपुर तक यात्रा करने पर 10 रुपये, भागलपुर से पीरपैंती तक 15 रुपये, भागलपुर से सुल्तानगंज तक 10 रुपये किराया लगेगा, लेकिन यात्रियों से क्रमश: 30 रुपये और 35 रुपये किराया वसूले जा रहे हैं। यही नहीं पैसेंजर ट्रेनों से सफर करने के लिए रिजर्वेशन कराना भी अनिवार्य है।
झंझट से यात्रियों को नहीं मिल सकी मुक्ति
भागलपुर-हंसडीहा-जसीडीह-किऊल रेलखंड में चलने वाली लंबी दूरी की एक्सप्रेस ट्रेनों से विशेष का टैग हटाने के बावजूद अबतक इन ट्रेनों के आरक्षित जनरल कोच को जनरल कोच में नहीं बदले जा सके हैं।
आरक्षित जनरल कोच को जनरल कोच में नहीं बदलने के कारण ही जेनरल कोच में आरक्षण की झंझट से यात्रियों को मुक्ति नहीं मिल सकी है। यह समस्या अब भी बरकरार है। हालांकि यात्रियों को अब इन ट्रेनों में विशेष चार्ज नहीं देना पड़ रहा है, लेकिन पैसेंजर ट्रेनों में एक्सप्रेस का किराया अब भी वसूले जा रहे हैं।
जनरल टिकट पर जल्द यात्रा करने की जगी उम्मीद
आपको बता दें कि लंबी दूरी की विशेष बनकर चल रही एक्सप्रेस ट्रेनों से दिसंबर 2021 तक इन ट्रेनों से विशेष का टैग हटाने और भागलपुर और दिल्ली के बीच चलने वाली विक्रमशिला एक्सप्रेस, भागलपुर-सूरत एक्सप्रेस, भागलपुर-दादर एक्सप्रेस, भागलपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस, भागलपुर-रांची एक्सप्रेस, जमालपुर-हावड़ा सुपर फास्ट, जमालपुर-कविगुरु एक्सप्रेस, गोड्डा-भागलपुर-रांची एक्सप्रेस आदि रूट की ट्रेनों में दो से चार अनारक्षित कोच लगाने से जनरल टिकट पर भी जल्द यात्रा करने की लोगों में उम्मीद जगी।
पुरानी व्यवस्था फिर से लागू होगी
जनवरी से ही लोकल रूट की इन ट्रेनों में यात्रियों के जनरल टिकट पर यात्रा शुरू हो जानी चाहिए थी। लेकिन भागलपुर-मुजफ्फरपुर जनसेवा एक्सप्रेस, भागलपुर-दानापुर इंटरसिटी एक्सप्रेस, साहिबगंज-दानापुर इंटरसिटी एक्सप्रेस, जयनगर-भागलपुर एक्सप्रेस, ईएमयू और डीएमयू को छोड़ किसी भी ट्रेंन में यह समस्या खत्म नहीं हुआ है।
रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक मालदा मंडल द्वारा एक्सप्रेस ट्रेनों का प्रस्ताव तैयार कर मुख्यालय को भेजा गया है। जल्द ही अन्य ट्रेनों में भी पुरानी व्यवस्था फिर से लागू होगी। इससे ना सिर्फ टिकट के रिजर्वेशन के झंझट से सहूलियत मिलेगी बल्कि किराया भी कम हो जाएगा।
पिछले साल नवंबर-दिसंबर में ट्रेनों का परिचालन सामान्य हुआ और सभी स्पेशल ट्रेनों के रूप में संचालन शुरू किया गया। इन ट्रेनों के जनरल कोच में भी यात्रा करने के लिए रिजर्वेशन अब भी अनिवार्य है। हालांकि पूर्व रेलवे के सीपीआरओ के अनुसार जून तक पूर्व की तरह व्यवस्था लागू होगी।