First solar train will run on this route in Bihar

अच्छी खबर: बिहार में इस रूट से जल्द चलेगी पहली सोलर ट्रैन, जानिए भारतीय रेलवे का पूरा प्लान

बिहार में बुलेट ट्रेन (Bullet Train in Bihar) चलाने के लिए नई पटरियां बिछाई जाने वाली हैं। इसके लिए सर्वे कार्य भी जारी है। इसमें यह तय होगा कि यह पटना रूट से हावड़ा जाएगी या फिर गया रूट से। लेकिन, इतना तय है कि इस परियोजना के आने से बिहार में विकास को और गति मिलेगी। इसी क्रम में बिहार में रेलवे के लिए एक नई उपलब्धि जुड़ने वाली है। दरअसल भारतीय रेलवे (Indian Railways) ट्रेनों को सोलर एनर्जी (Solar energy) से चलाने की तैयारी कर रहा है। भारतीय रेलवे ने पायलट प्रोजेक्ट (pilot project) के तहत मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बीना (Bina) में सोलर पावर प्लांट (solar power plant) लगाया है। बताया जा रहा है कि सबसे पहले सौर ऊर्जा से हावड़ा से बिहार होते हुए नई दिल्ली रूट पर ट्रेन का परिचालन शुरू किया जाएगा।

विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार, बिहार में इस योजना के जमीन चिन्हित करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। यहां यह भी बता दें कि रेलवे ट्रैक के किनारे पड़े ख़ाली जमीनों में रेलवे सौर ऊर्जा के लिए सोलर प्लांट स्थापित करेगा। यह पूरा कार्य निजी कंपनी द्वारा कराई जाएगी। बता दें कि अभी के समय में भारतीय रेलवे में तमाम नए प्रयोग हो रहे हैं। ऐसे में अब हाल ही में भारतीय रेलवे ने इस दिशा में बड़ा प्रयोग किया है।

Indian Railways is preparing to run trains on solar energy
भारतीय रेलवे ट्रेनों को सोलर एनर्जी से चलाने की तैयारी कर रहा

सोलर प्लांट से बिजली का उत्पादन होगा

वहीं, यह भी बता दें कि मध्य प्रदेश के बीना में लगा सोलर पावर प्लांट रेलवे की खाली पड़ी जमीन पर लगाया गया है। इस सोलर प्लांट से 1.7 मेगा वाट की बिजली का उत्पादन होगा और इस प्लांट से बनने वाली बिजली से ट्रेनें चलाई जाएंगी। जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय रेलवे ने कुछ ट्रेनों के डिब्बों की छत पर सोलर पैनल लगाए थे।

कब दौड़ी थी पहली भारतीय सोलर ट्रेन?

15 जुलाई, 2017 को भारतीय रेलवे की सोलर पॉवर सिस्टम की तकनीक पर आधारित पहली ट्रेन देश की रेल पटरियों पर दौड़ी थी। तब तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने स्पेशल डीईएमयू (डीजल-इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। रेलवे ने इस ट्रेन में कुल 10 कोच (8 पैसेंजर और 2 मोटर) थे। इस ट्रेन में 8 कोच की छतों पर 16 सोलर पैनल लगे थे।

first solar panel demu of india
कब दौड़ी थी पहली भारतीय सोलर ट्रेन?

बिहार के लिए गर्व का विषय

दरअसल, इन सोलर पैनलों की सहायता से बनने वाली बिजली से भारतीय रेलवे के ट्रेनों में लाइट और पंखे चलाए जाते हैं। लेकिन अब तक, किसी भारतीय रेलवे नेटवर्क ने ट्रेनों को चलाने के लिए सौर ऊर्जा का इस्तेमाल नहीं किया है। ऐसे में मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अगर बिहार रूट से सोलर एनर्जी से देश की पहली ट्रेन चलेगी तो यह न सिर्फ रेलवे के लिए बड़ी उपलब्धि होगी बल्कि बिहार जैसे राज्य के लिए गर्व का विषय भी होगा।

इनपुट – NEWS18

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *