बिहार में पटना एयरपोर्ट का विस्तार कार्य शुरू, नए टर्मिनल बिल्डिंग में होंगे 52 चेक इन काउंटर
बिहार में यात्री सुविधा के साथ-साथ बढ़ती यातायात वृद्धि को पूरा करने के लिए पटना हवाई अड्डे (Patna Airport) ने इसके विस्तार पर काम करना शुरू कर दिया है। मार्च 2023 तक पटना हवाई अड्डे का एक नया टर्मिनल भवन होगा। पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (Jayaprakash Narayan International Airport Patna) पर नए टर्मिनल भवन का निर्माण कार्य चल रहा है।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Airport Authority of India) और पटना हवाई अड्डे के अधिकारियों को मार्च 2023 तक पूरा करने की उम्मीद है। हालांकि, कोरोना वायरस के कारण लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान टर्मिनल बिल्डिंग के विस्तार का काम प्रभावित हुआ था।
8 मिलियन यात्रियों संभालने की होगी क्षमता
लेकिन अब भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) ने ट्वीट कर बताया है कि नया टर्मिनल भवन ₹698 करोड़ की अनुमानित अनुमानित लागत से बनाया जाएगा। पटना हवाई अड्डे के अधिकारियों को मार्च 2023 तक पूरा करने की उम्मीद है।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने ट्वीट कर बताया कि टर्मिनल में पहली मंजिल पर प्रस्थान लाउंज और भूतल पर आगमन क्षेत्र होगा। इमारत एक साल में 8 मिलियन यात्रियों को संभालने में सक्षम होगी।
नए टर्मिनल भवन में होंगे 52 चेक-इन काउंटर
अलग-अलग प्रस्थान और आगमन स्तरों के साथ नया बहु-स्तरीय टर्मिनल भवन 7 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में होगा। फ्लाईओवर को जोड़ने वाला प्रस्थान स्तर लिफ्ट और सीढ़ियों के माध्यम से आगमन के साथ अच्छी तरह से जुड़ा होगा।
पटना हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन में 52 चेक-इन काउंटर होंगे, साथ ही यह इन-लाइन बैगेज हैंडलिंग सिस्टम से लैस होगा। आने वाले यात्रियों के लिए 5 कन्वेयर और 5 एयरोब्रिज से लैस होगा। इंटीरियर में बिहार की कला और संस्कृति को दर्शाया जाएगा। यह टर्मिनल भवन एक 4-सितारा होम रेटेड होगा।
देश भर के 20 सबसे व्यस्त हवाईअड्डों में एक
बता दें कि जयप्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा देश भर के 20 सबसे व्यस्त हवाईअड्डों में गिना जाता है, लेकिन इसका रनवे छोटा है। इसक लंबाई लगभग 6500 फीट है। हवाई अड्डे के छोटे रनवे में घनी आबादी वाले आवासीय इलाकों और कम दूरी पर वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों का नुकसान भी है। थोड़ी सी भी असावधानी के कारण विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं।