बिहार में इंटर परीक्षा के पहले दिन ही प्रश्न पत्र वायरल, आखिरी वक्त तक मिलान करते रहे परीक्षार्थी
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से आयोजित इंटर यानी बारहवीं की परीक्षा के पहले ही दिन प्रश्न पत्र सुबह से ही इंटरनेट पर वायरल हो गया है। अलग-अलग जिलों से ऐसी तस्वीरें आईं, जहां परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र में प्रवेश से ठीक पहले तक मोबाइल पर वायरल प्रश्न पत्र को देखते और किताबों से उनका उत्तर ढूंढते नजर आए। आपको बता दें कि बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने परीक्षा के पूरी तरह कदाचारमुक्त होने का दावा किया है। बोर्ड से जुड़े सूत्रों की मानें तो हर साल परीक्षा से पहले कुछ लोग पुराने वर्षों के प्रश्नपत्रों को वायरल कर देते हैं।
आपको बता दें कि इस बार वायरल हो रहे प्रश्न पत्रों की सत्यता की पुष्टि कहीं से नहीं हो सकी है। इसलिए परीक्षार्थियों को चाहिए कि अपना फोकस पूरी तरह कदाचारमुक्त परीक्षा पर रखें। अगर किसी हालत में सही प्रश्नपत्र वायरल हो भी जाता है, तो बोर्ड ऐसी स्थिति में परीक्षा को कैंसिल कर सकता है।
![fake question paper viral](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/02/fake-question-paper-viral.jpg)
मोबाइल पर प्रश्न पत्र ढूंढते नजर आए छात्र-छात्रा
शेखपुरा जिले के 14 परीक्षा केंद्रों पर मंगलवार को इंटर की परीक्षा शुरू हो गई। परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से पहले परीक्षार्थी अपने मोबाइल पर वायरल प्रश्न और उत्तर की खोज करते दिखाई दिए । ज्यादातर परीक्षार्थी उत्तर अपने मोबाइल पर देखते रहे और अंत में परीक्षा केंद्र में प्रवेश किए।
![bseb 12th viral question paper](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/02/bseb-12th-viral-question-paper.jpg)
फेक प्रश्न पत्र के चक्कर में बर्बाद होगा समय
परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से पहले विभिन्न परीक्षाओं में अब मोबाइल पर उत्तर की तलाश में परीक्षार्थी लगे रहते हैं। ऐसे में वायरल प्रश्न उत्तर के वजह से कई बार परीक्षा परिणामों पर प्रतिकूल असर भी पड़ता है और जानकार बताते हैं कि इस मामले में फेक प्रश्न और उत्तर भी वायरल कर दिया जाता है।
पिछले साल भी हुआ था प्रश्नपत्र लीक का दावा
पिछले साल भी बिहार बोर्ड की ओर से आयोजित इंटर और मैट्रिक परीक्षा में हर रोज प्रश्नपत्र लीक होने की अफवाह उड़ती रही। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी इस विषय को उठाते हुए बोर्ड की परीक्षा प्रणाली पर सवाल खड़े किए थे।
शेखपुरा जिले के 4 परीक्षा केंद्रों को मॉडल परीक्षा केंद्र बनाया गया है। यहां रेड कारपेट लगाए गए हैं और तोरण द्वार भी बनाए गए हैं । फिल्टर पानी पीने की व्यवस्था की गई है। परीक्षार्थियों की जांच गंभीरता से की जा रही है और तब अंदर जाने दिया जा रहा है।
इनपुट – JAGRAN