CM नितीश से बोला बच्चा ‘ट्यूशन से जो कमाते है पिताजी शराब पी जाते है’, पढाई में मदद कीजिए
आपको फिल्म नायक का वह दृश्य जरूर याद होगा, जिसमें रानी मुखर्जी ने मुख्यमंत्री के समक्ष गांव में बिजली नहीं आने की शिकायत की थी। कुछ उसी तरह का मामला बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह कल्याणबीघा गांव में देखने को मिला, जहां छठी क्लास के एक छात्र ने मुख्यमंत्री के सामने अपने पढाई की फरियाद रखी।
आपको बता दे की फिलहाल इस बच्चे द्वारा की गई फरियाद का वीडियो सोशल मीडिया पे काफी तेजी से वायरल हो रहा है, और लोग इसपे अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे है। बता दे की छात्र सोनू कुमार ने बिहार में शराबबंदी और अच्छी शिक्षा के दावों की पोल खोलकर रख दी। क्या है पूरा मामला? आइये हम आपको बताते है।
![A Class VI student pleaded for his studies in front of the Chief Minister.](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/05/A-Class-VI-student-pleaded-for-his-studies-in-front-of-the-Chief-Minister..png)
पढ़ाई में मदद कीजिए सरकार
जानकारी के मुताबिक, सीएम नीतीश कुमार अपनी दिवंगत पत्नी मंजू सिन्हा की 16वीं पुण्यतिथि के मौके पर नालंदा के कल्याण बिगहा गांव पहुंचे थे। इस दौरान सीएम साहब ने जान सुनबाई का भी काम लगे हाँथ निपटाने का सोचा और चल दिए फरियादी जनता की तरफ। इस दौरान सीएम ने कई लोगों की समस्याएं सुनीं। तभी उनका टकराव हुआ एक 11 साल के बच्चे…सोनू से।
![viral boy sonu](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/05/viral-boy-sonu.png)
जो कि फरियादियो की लाइन में लगाकर इन्तजार कर रहा था कि कब सीएम साहब आएं और बह अपनी परेशानी उनके साथ शेयर करे। जैसे ही सीएम साहब आगे बढे, सोनू तपाक से बिना झिझक के सीएम की आंखों में आंखें डालकर बोल पड़ा- ”सर, सुनिए न..प्रणाम, हमको पढ़ने के लिए हिम्मत दीजिए…गार्जियन नहीं पढ़ाते हैं…” आप इसका वीडियो भी नीचे देख सकते है।
कौन है वायरल बच्चा?
पता चला कि 6वीं क्लास में पढ़ने वाला सोनू कुमार मुख्य रूप से हरनौत प्रखण्ड के नीमा कौल गांव का रहने वाला है। सोनू के पिता रणविजय यादव दही बेचते हैं। वहीं इस छोटे से बच्चे के सीएम के सामने हिम्मत को देखकर अधिकारी से लेकर नेता तक दंग रह गए।
सोशल मीडिया पर इस बच्चे की जमकर तारीफ हो रही है। कई सारे IAS-IPS अफसर फ़िलहाल इस बच्चे की मदद की बात करते सोशल मीडिया पर नजर आ रहे है।
कक्षा 5 तक के बच्चों को ट्यूशन देता है सोनू
अब जरा इस बच्चे की पढ़ाई के प्रति लगन देखिये, बच्चे के अनुसार बह खुद कक्षा 6 में पढ़ता है। लेकिन दारुबाज पिता की बजह से उसे अपनी पढ़ाई का खर्च कक्षा 1 से लेकर 5बी तक के बच्चो को ट्यूशन देकर निकालना पढ़ता है।
वह खुद पढ़-लिखकर IAS-IPS जैसा बनना चाहता है, लेकिन उसकी बचपन की मेहनत की कमाई भी बाप छीन कर दारु में उड़ा देता है। अब जरा सोचिये उस बच्चे पर क्या गुजरती होगी?
बच्चे ने दारुबाज पिता और शराबबंदी की खोली पोल
वीडियो में नजर आता है कि बच्चे ने नीतीश कुमार से कहा, सर सुनिए न, प्रणाम। मुस्कुराते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं, हां… बोलो। बच्चे ने कहा- ”सर हमको पढ़ने के लिए हिम्मत दीजिए। गार्जियन हमको पढ़ाना नहीं चाहते हैं सर। सर, मैं बहुत गरीब हूं। मेरे पिताजी दही बेचते हैं और मैं ट्यूशन पढ़ाता हूं, जो कमाई होती है, उससे पिताजी शराब पी जाते हैं। मैं पढ़ना चाहता हूं।”
छात्र सोनू कुमार ने आरोप लगाते हुए बताया कि गरीब परिवार से होने के कारण मध्य विद्यालय नीमा कौल के सरकारी स्कूल में पढ़ता है। जहां मास्टर साहब को भी अच्छी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना नहीं आता है। बच्चे ने सीएम नीतीश से कहा कि अगर सरकार हमारी मदद करे तो मैं भी पढ़ लिखकर आईएएस आईपीएस बनना चाहता हूं।
बच्चे का वायरल वीडियो
CM नीतीश कुमार के सामने बिहार की शिक्षा व्यवस्था और शराबबंदी की हकीकत बताता ये बच्चा इस देश का भविष्य है जिसे डबल इंजन की सरकार में अपने भविष्य की लड़ाई बचपन में ही लड़ रही है,
वीडियो प्रेरणादायक है, लेकिन दुखद है !!
— Srinivas BV (@srinivasiyc) May 14, 2022
“सरकारी स्कूल में अच्छी शिक्षा नहीं मिलतीं”
सोनू ने बाद में संवाददाताओं से कहा, ”हमारी मांग है कि हमें शिक्षा दी जाए। सरकारी स्कूल में अच्छी शिक्षा नहीं मिलतीं है, ये हम जानते हैं। हमारे पापा शराब और ताड़ी पीते हैं तो हमारा सारा पैसा उसी में खत्म हो जाता है। मैं खुद ट्यूशन पढ़ाकर जो पैसा लाता हूं वो भी पापा ही ले लेते हैं।
ई लड़का नालन्दा से दूसरा नीतीश कुमार निकलेगा।
आज मुख्यमंत्री जब कल्याणबिगहा पहुँचे तो नीतीश कुमार को रोक कर शिक्षा व्यवस्था से लेकर शराबबंदी तक का पोल खोल दिया। pic.twitter.com/PQyxno4qBO
— Mukesh singh (@Mukesh_Journo) May 14, 2022
आपको बता दे, इस इस दौरान बच्चा थोड़ा भावुक जरूर नजर आया, लेकिन तुरंत बड़ी फुर्ती से खुद को संभाल, सरकार पर एक के बाद एक सवाल दाग दिए। इसके बाद नीतीश कुमार ने तुरंत अधिकारियों को इशारा किया कि वे बच्चे की शिकायत सुनें और उसका हल निकालें।