2 new medical colleges to be built in Bihar at a cost of 1200 crores

बिहार में 1200 करोड़ की लागत से बनेंगे 2 नए मेडिकल कॉलेज, मिली स्वीकृति, बढ़ेंगी 300 सीटें

बिहार के मोतिहारी और मुंगेर में दो मेडिकल कॉलेज के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। 2022-23 सत्र में इनका निर्माण किया जाएगा।। इन मेडिकल कॉलेजों में MBBS की 150-150 सीटें होंगी। सरकार के स्तर पर इसकी मंजूरी मिल गई है। सोमवार को कैबिनेट की बैठक में इसके भवन निर्माण के लिए चयनित एजेंसी भी को स्वीकृति दे दी गई।

इसका निर्माण बिहार चिकित्सा सेवाएं व आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड के माध्यम से किया जाएगा। निगम से प्राप्त तकनीकी अनुमोदन प्राप्त मॉडल के आधार पर एक मेडिकल कॉलेज के खर्च में 603.68 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। दोनों कॉलेज के बिल्डिंग के निर्माण में बारह सौ सात करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।

Clear the way for the construction of two medical colleges in Motihari and Munger in Bihar
बिहार के मोतिहारी और मुंगेर में दो मेडिकल कॉलेज के निर्माण का रास्ता साफ

इन मेडिकल कॉलेजों पर चल रहा है काम

इसके अलावा पूर्व में घोषित 11 नये मेडिकल कॉलेज ए‌वं अस्पताल की स्थापना सीतामढ़ी, झंझारपुर (मधुबनी), पूर्णिया, समस्तीपुर, सीवान, सारण (छपरा), बक्सर, जमुई, बेगूसराय, महुआ और आरा में की जा रही है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सभी एनएच पर 10 नये ट्रॉमा सेंटर खोले जायेंगे।

Work is going on on these medical colleges
इन मेडिकल कॉलेजों पर चल रहा है काम

पावापुरी मेडिकल कॉलेज का बदलेगा नाम

पावापुरी के सरकारी मेडिकल कॉलेज व इसके संबद्ध अस्पताल के नाम को बदला गया है। वर्द्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान, पावापुरी से बदल कर इसका नाम भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी कर दिया गया है। नीतीश कैबिनेट की बैठक में इसकी स्वीकृति दे दी गई है।

Its name was changed from Pavapuri to Bhagwan Mahavir Institute of Medical Sciences Pavapuri
पावापुरी से बदल कर इसका नाम भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी कर दिया गया

पैथोलॉजी जांच सेवा केंद्रों की होगी स्थापना

नये वित्तीय वर्ष में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए पंचवर्षीय स्वास्थ्य रोड मैप का निर्माण की घोषणा सरकार द्वारा की गई है। सात निश्चय पार्ट-2 के तहत पैथोलॉजी जांच सेवा गांव-गांव तक उपलब्ध करायी जायेगी। निजी भागीदारी योजना से पैथोलॉजी जांच सेवा केंद्रों की स्थापना होगी।

आयुष्मान योजना का दायरा बढ़ेगा

आपको बता दे की फिलहाल एक करोड़ 9 लाख परिवारों के पास आयुष्मान कार्ड है। नये वित्तीय वर्ष में 85 लाख अतिरिक्त परिवारों को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराया जायेगा। इसके तहत आयुष्मान कार्ड से गरीब परिवारों के लोग 5 लाख तक की राशि इलाज में खर्च कर सकते हैं। यह राशि सरकार की ओर सीधे इलाज करने वाले हॉस्पीटलों को दिया जाता है।

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