बिहार रेजिमेंटल सेंटर में 293 रंगरूट सेना में हुए शामिल, बोले हर हाल में करेंगे देश की रक्षा
बिहार रेजिमेंटल सेंटर में 293 रंगरूट को सेना में शामिल किया गया। ये सभी 180 और 181 बैच के हैं। 90 दिनों की कड़ी ट्रेनिंग के बाद जब ये फाइनली सेना में शामिल हुए तो इनकी खुशी देखने लायक थी। इस कार्यक्रम मैं पहुंचे रंगरूटों के परिजनों ने भी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हमने भी देश सेवा में अपना योगदान दिया है, और हमारा बेटा भी अब देश सेवा में अपना योगदान देगा। अग्निपथ पर परिजनों ने कहा कि अगर देश के सेवा के लिए 2 दिन भी जाना पड़े तो हमलोग अपने बच्चे को भेजने को तैयार हैं।
बिहार रेजिमेंटल सेंटर यानी बीआरसी में सीधी भर्ती के जरिये चयनित 180 व 181 बैच के 293 रंगरूटों को आज देश की सेवा के लिए सेना में शामिल कर लिया गया। रंगरूटों कों दानापुर रेजिमेंटल सेंटर के अखौरा ग्राउंड में धर्म और देश सेवा की शपथ दिलाई गई। अब दोनों बैच के इन 293 रंगरूटों को आर्मी में शामिल करने के बाद अब देश की सेवा के लिए देश के बॉर्डर पर भेजा जाएगा।

देश की सेवा के लिए शपथ ग्रहण
बिहार रेजिमेंटल सेंटर में आयोजित इस कार्यक्रम में देश की सेवा के लिए शपथ ग्रहण में शामिल हुए रंगरूटों के परिजन बीआरसी के अधिकारी समेत कई लोग मौजूद थे। इस मौके पर लखनऊ के जीओसी मेजर जनरल जय सिंह बैंसल द्वारा रंगरूटों को शपथ दिलाई गई।

धर्म ग्रंथ को सामने रखकर पहली बार अखाड़ा ग्राउंड में आर्मी में सीधी बहाली के रंगरूटों को देश सेवा के लिए सेना में शामिल किया गया। इन रंगरूटों ने सिपाही के रूप में शपथ ली है और देश की रक्षा का प्रण लिया है।
सेना में आगे भी होगी बहाली
इन सैनिकों ने यह भी शपथ ली कि उच्च अधिकारियों के सभी निर्देशों का पालन करेंगे और देश की सुरक्षा करेंगे। जरूरत पड़ने पर देश की रक्षा में अपना सिर कटाने को भी तैयार रहेंगे। इस मौके पर मेजर जनरल जयकुमार बैंसल ने कहा कि आज से आप सेना में जा रहे हैं और आज से नाम, नमक एवं निशान के लिए काम करेंगे और देश की रक्षा करेंगे।

अजय कुमार बंसल ने कहा कि सेना में बहाली का यह अंतिम दौर नहीं है, बल्कि आगे भी बहाली होंगे। अभी की बहाली में और अग्निवीरों की बहाली में कोई अंतर नहीं है। इसी तरह की ट्रेनिंग उनको भी दी जाएगी और वे भी देश की सेवा में उत्तम योगदान देंगे।
