लोगों ने कहा “पागल” पर नहीं माना रिटायर सैनिक, बिहार के गांव में खड़ी कर दी सेना
देश प्रेम से बढ़कर कोई प्रेम नहीं होता। देश के लिए कुछ करने की ललक और जज़्बे का एक जीता जागता उदाहरण बन कर उभरे हैं भारतीय सेना से रिटायर्ड सूबेदार मेजर लक्ष्मण तिवारी। जानिए।
मेजर लक्ष्मण तिवारी बिहार के मुजफ्फरपुर के हैं और लोग इन्हें टाइगर तिवारी के नाम से भी जानते हैं। कभी गांव वालों ने इन्हें पागल घोषित कर दिया था, पर आज उन्होंने ऐसा काम कर दिखाया है जो सभी के लिए मिसाल है।
155 युवाओं को बना चुके हैं सैनिक
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इन्होंने 155 युवाओं को सैनिक बनाने में अहम रोल निभाया है। अब लोग इनकी तारीफ करते नहीं थकते हैं। वर्ष 2014 में आर्मी से रिटायर्ड होकर अपने गांव जलालपुर आने वाले टाइगर तिवारी सेना में जाने के लिए युवाओं के प्रेरित करने का काम किया।
यह सिलसिला उसी समय से शुरू हो गया। टाइगर सर बताते हैं कि शुरुआती दिनों में जब वो गांव के युवकों को सेना की नौकरी के लिए तैयारी कराने की बात करते तो लोग उनकी बातों को अनसुना कर देते थे। कई लोगों ने तो कहा कि लक्ष्मण तिवारी पागल हो गया है।
आर्मी से रिटायर्ड होकर युवाओं को दिया प्रशिक्षण
धीरे-धीरे कुछ युवाओं को समझा कर उन्होंने 2014 में सेना भर्ती के लिए पहला बेच बनाया। जब उस बैच से सेना में बच्चों का सिलेक्शन हुआ तब लोगों को उनकी बात समझ आई और लोगों का नजरिया बदला।
टाइगर सर अब तक सैकड़ों युवाओं को ट्रेनिंग दे चुके हैं। उनके द्वारा प्रशिक्षित किये गए युवाओं में से 155 युवा सफल होकर सेना की नौकरी कर रहे हैं। टाइगर सर बताते हैं कि इन 8 सालों में गांव की तकदीर और तस्वीर दोनों बदल गई है।
गांव में ऐसे कई गरीब परिवारों के बच्चे हैं जो अब सेना की नौकरी कर रहे हैं। सेना की नौकरी करने के बाद देश सेवा के साथ साथ कई युवकों की परिवारिक हालत भी सुधरी है।
20 लड़किया कर रहीं पुलिस की नौकरी
इसके अलावे टाइगर सर बताते हैं, कि लड़कों को ट्रेनिंग लेकर नौकरी लेता देख गांव की लड़कियां भी आगे आईं। उन्होंने मुझसे ट्रेनिंग देने को कहा, मैंने सोचा यह अपने ही गांव की बेटियां हैं।
तबसे उन्होंने लड़कियों के लिए विशेष बैच बनाया और इन्हें ट्रेनिंग देने लगे। इनकी कड़े मेहनत का नतीजा है कि आज 20 लड़की पुलिस की नौकरी कर रही हैं।
नि:शुल्क देते हैं सभी को ट्रेनिंग
टाइगर सर ने यहां फिजिकल ट्रेनिंग के लिए बच्चों से एक रुपए नहीं लेते हैं। इसके साथ साथ उनकी सारी सुविधा बच्चों के लिए फ्री है। टाइगर सर के साथ गांव के ही रिटायर्ड सैनिक सूबेदार मेजर शशि रंजन और मो. इस्लाम ट्रेनिंग के कार्यों में साथ देते हैं।
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