बिहार में क्लोन हमसफ़र के रूट बदले जाने पर सोशल मीडिया पर विरोध, जानिए मामला
बिहार की प्रीमियम ट्रेन और कमाई के मामले में अव्वल रहने वाले 02563/02564 क्लोन हमसफर एक्सप्रेस को सहरसा से छीन लिया गया है। अब इसका रूट बदल कर इसे बरौनी से सीधी चलाई जाएगी। बिहार के सहरसा से दिल्ली तक जाने वाले यात्रियों की जहां भीड़ उमड़ती थी, लेकिन अब यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ेगी। हालाँकि इसको लेकर सोशल मीडिया पर कुछ लोग अपना विरोध प्रकट कर रहे है।
क्या है मामला?
दरअसल आगामी 6 जुलाई से क्लोन हमसफर सहरसा के बदले बरौनी से नई दिल्ली के लिए चलेगी। इसकी जगह रेल अधिकारियों ने सहरसा से आनंद विहार जाने वाली 15279 पुरबिया एक्सप्रेस के फेरे की संख्या बढ़ा दिए हैं।

अब पुरबिया एक्सप्रेस ट्रेन आगामी 7 जुलाई से गुरुवार को भी सहरसा से आनंद विहार के लिए चलेगी। रेलवे बोर्ड ने इसके लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।
रेल यात्रियों को होगी परेशानी
क्लोन एक्सप्रेस ट्रेन के चलने से नई दिल्ली जाने वाले रेल यात्रियों को काफी राहत मिलती थी। सबसे अच्छी यह बात थी कि क्लोन हमसफर में रेल यात्रियों को पूर्व में एक पखवाड़े पूर्व भी आरक्षित रेल टिकट आसानी से मिल जाता था। ऐसे में उक्त ट्रेन के सहरसा से बंद होने पर रेल यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ेगी।
सोशल मीडिया पर विरोध
क्लोन हमसफ़र के रूट बदले जाने से लोग काफी नाराज नजर आ रहे है। कुछ लोग इसका विरोध भी कर रहे है। इसको लेकर सोशल मीडिया पर लोग अपने विचार भी जाहिर कर रहे है।
इन्हीं में से एक मनोज कुमार मंडल नामक यूजर ने कहा की “सब गलती सहरसा स्टेशन मास्टर साहब का है कभी वाशिंग फिटिंग में जगह नहीं है कभी प्लेटफार्म पर जगह नहीं है कभी सिमरी बख्तियारपुर में एक एक दो घंटा रोक देना कभी कहीं रोक देना मतलब साफ है सहरसा जंक्शन का सही ढंग से संचालन नहीं हो पा रहा है।”

कोसी क्षेत्र के लिए आवश्यक ट्रैन
वहीँ एक और यूजर ने ये कहा की “कोशी क्षेत्र के लोगों के लिए यह ट्रेन बहुत ही आवश्यक है, इसे सहरसा से न चलाकर बरौनी से चलाने का निर्णय कोशी वासियों के साथ अन्याय है । इस पर रेल मंत्रालय को पुनर्विचार करनी चाहिए।”

सहरसा के बदले सुपौल से रवाना करना चाहिए
एक अन्य यूजर तारानंद अकेला ने कहा की “ये train कोसी वासी को बहुत ही सफर करने की साधन है जो रेल मंत्रालय को पुनः विचार करें ओर सहरसा के बदले सुपौल से रवाना करना चाहिए ईस पर रेल मंत्री को विचार करना चाहिए इसमे लगभग 6 से 7 जिला के आदमी सफर करता है सहरसा सुपौल मधुबनी मधेपुरा अररिया पूर्णिया कुछ आदमी कटिहार आदी है जो सहरसा आ कर ट्रेन पकरती है।”

यह तो सरासर गलत
वहीँ शंकर कुमार का कहना है की “यह तो सरासर गलत है रेल मंत्री को सोच समझकर डिसीजन लेना चाहिए और सहरसा से जो चलने वाली ट्रेन बरौनी से आनंद विहार चलेगी यह पूरा गलत है सहरसा से ही चलना चाहिए उस ट्रेन पर बैठने वाला यात्री मधेपुरा सुपौल खगड़िया जिला सागर के आते हैं आप लोग से निवेदन है ज्यादा से ज्यादा शेयर करें एक राजनीतिक है।”

सबसे भरोसे मंद थी क्लोन हमसफ़र
सहरसा से नई दिल्ली के लिए वैशाली सुपरफास्ट के बाद कोसी क्षेत्र के लोगों का दिल्ली तक के सफर के लिए सबसे पसंदीदा क्लोन हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन थी। जो रेल यात्रियों के लिए पहली पसंद बनी हुई थी। साथ ही रेल राजस्व के मामले में भी सहरसा से चलने वाली सभी ट्रेनों में क्लोन हमसफर पहले स्थान पर थी।
आपको बता दें की उक्त ट्रेन में 12 एसी कोच और 4 स्लीपर कोच लगते हैं। सहरसा से नई दिल्ली के बीच ट्रेन का स्टॉपेज भी काफी कम है। वर्तमान में यह ट्रेन सहरसा से नई दिल्ली के लिए रोजाना खुलती है। आगामी 6 जुलाई से सहरसा से क्लोन हमसफर बंद होने से रेल यात्रियों ने नाराजगी व्यक्त की है।
हालांकि बरौनी से क्लोन हमसफर मिलने के बाद ट्रेन का समय और स्टॉपेज पहले के जैसा ही रहेगा। लेकिन सहरसा के लोगों को बरौनी तक दूसरे लिंक एक्सप्रेस ट्रेन से जाना पड़ेगा। जिसके लिए उन्हें अधिक समय और मानसिक परेशानी झेलनी पड़ेगी।