अच्छी खबर: कटिहार-जोगबनी के बीच फिर से चलेगी अतिरिक्त चार जोड़ी पैसेंजर ट्रेन
जोगबनी-कटिहार रेलखंड सीमांचल का एक महत्वपूर्ण रेलखंड है । यह रेलखंड बिहार के अन्य क्षेत्रो को जोगबनी के रास्ते नेपाल से जोड़ने का काम करती है । क्षेत्र के व्यापारी सहित आमलोगों को रेल से यात्रा करने के लिए नियमित समय पर आज से रेल उपलब्ध होगी। उक्त जानकारी रेलवे स्टेशन के सहायक स्टेशन अधीक्षक प्रकाश यादव ने दी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष लाकडाउन के बाद रेल की दो जोड़ी रेल की परिचालन शुरू किया गया था। जिसे रेल विभाग द्वारा अधिसूचना जारी कर तीन दिसम्बर से कटिहार-जोगबनी के बीच अतिरिक्त चार जोड़ी पैसेंजर ट्रेन का परिचालन शुरू किया गया है। वहीं रेलवे संघर्ष समिति व क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता बिनोद कुमार मंडल ने रेल यात्री हित में लिए गए निर्णय का स्वागत किया है।
जानकारी के अनुसार डीआरयूसीसी सदस्य प्रवीण कुमार द्वारा 27 अगस्त, 19 अक्टूबर एवं नवम्बर महीने में कोरोना संक्रमण के दौरान इस रेलखंड पर बंद पड़े ट्रेन के परिचालन प्रारंभ के लिए निरंतर मांग उठाया गया था। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण बाधित पैसेंजर ट्रेनों में से चार जोड़ी ट्रेनों के परिचालन की घोषणा से रेल यात्रियों के साथ-साथ व्यपारियों, किसानों, छात्र, मजदूरों, आदि को काफी सहूलियत होगी।
जोगबनी कटिहार रेलखंड काफी महत्वपूर्ण
जानकरी के लिए आपको बता दे कि यह रेलखंड काफी महत्वपूर्ण है और कटिहार से जोगबनी तक लगभग 108 किलोमीटर का है। नेपाल जाने और नेपाल से बिहार आने वाले लोगों के लिए यह सबसे सस्ता और सुविधाजनक रूट है। 108 किलोमीटर का यह सफर महज 25-30 रूपए में ट्रैन के द्वारा पूरा किया जा सकता है लेकिन ट्रैन में कमी होने से लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट का सहारा लेना पड़ता है जिसमे किराया लगभग 3-4 गुना अधिक लगता है। फिलहाल इस रेल खंड पर 2 जोड़ी पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा था।
ये है ट्रेनों का शेड्यूल
बिनोद ने कहा कि जारी अधिसूचना के अनुसार कटिहार से जोगबनी के लिए ट्रेन नम्बर 07545, दोपहर 12:30, 07553 सुबह 7 बजे, 07555, 2:45 बजे, एवं 07557 शाम 4 बजे खुलेगी। जबकि जोगबनी से कटिहार के लिए ट्रेन संख्या 07546 संध्या 4:30 बजे ,07554, 10:30 बजे सुबह 07556, 6 बजे संध्या, 07558, 7 बजे सुबह खुलेगी। उन्होंने रेल महाप्रबंधक माली गांव गुवाहाटी, मंडल रेल प्रबंधक डीआरएम कटिहार, एवं डीआरयूसीसी सदस्य प्रवीण कुमार के प्रति आभार व्यक्त किया है।
लगभग दो वर्षो से संचालन था बंद
कोरोना के कारण लगभग दो वर्षो से इस रेलखंड में पांच जोड़ी पेसेंजर ट्रेनों का संचालन को बंद कर दिया गया था । जिससे प्रतिदिन हजारो की संख्या में लोग प्रभावित हो रहे हैं । भारत नेपाल सीमा खुल जाने से लोगों की लगातार मांग थी की बचे हुए पांच जोड़ी ट्रेनों का भी संचालन भी जल्द शुरू किया जाये ।