बिहार का 19वां सबसे बड़ा जिला है अररिया, जाने कैसे पड़ा ये नाम और अन्य जानकारी
अररिया (Araria) बिहार (Bihar) के उत्तर-पूर्व (North-East) में स्थित जिला है। जो कि राज्य के सीमांचल का एक महत्वपूर्ण भाग रहा है। 1990 से पहले ये जिला पूर्णिया (Purnia) का हिस्सा था। अररिया जिले का नाम उसके पुराने इतिहास से जुड़ा है।

आइए जानते है बिहार के 19वां सबसे बड़े जिला अररिया के बारे में और साथ में जाने कैसे पड़ा ये नाम और अररिया से जुडी कुछ अन्य जानकारी।
अररिया का इतिहास

अररिया का नाम ही उसके इतिहास में निकला है। ए जे फोर्ब्स एक साहसी सैन्य अधिकारी थे, जिनका यहां पर एक बंग्ला था। बाद में ये क्षेत्र रेजिडेंशियल एरिया कहा जाने लगा। धीरे-धीरे इसे लोग शार्ट में आर एरिया कहने लगे।
हालांकि समय के साथ इसका नाम और बिगड़ा, बाद में अररिया नाम पड़ा। इसके अलावा इसका इतिहास महाभारत के कुछ अंशों से जुड़ा हुआ है।
आबादी

अररिया जिला जनसंख्या के लिहाज से बिहार का 19वां सबसे बड़ा जिला है। 2011 की जनसंख्या के अनुसार अररिया की जनसंख्या 28,11,569 है। जिसमें से 1,463,333 पुरुष (Male) और 1,348,236 महिलाएं (Female) हैं।
जबकि जनसंख्या घनत्व के हिसाब से यहां एक वर्ग किमी में 993 लोग रहते हैं। हालांकि बिहार का जनसंख्या घनत्व 1,106 है। ऐसे में जनसंख्या घनत्व के मामले में ये राज्य का 25वां सबसे बड़ा जिला है।
अगर लिंग अनुपात (Sex Ratio) की बात करें तो 1 हजार पुरुष पर यहां 921 महिलाएं रहती हैं।
क्षेत्र (Area)

अररिया क्षेत्रफल के लिहाज से लगभग स्क्वायर (Square) में फैसला है। ये क्षेत्रफल के दृष्टि से राज्य का 25वां बड़ा जिला है। यहां का क्षेत्रफल 2,830 वर्ग किमी है।
जिले में नौ प्रखंड (Block)

- नरपतगंज (Narpatganj),
- फारबिसगंज (Forbesganj),
- भरगामा (Bhargama),
- रानीगंज (Raniganj),
- अररिया (Araria),
- कुर्साकांटा (Kursa Kanta),
- सिकटी (Sikti), प
- लासी (Palasi) और
- जोकीहाट (Jokihat) हैं।
भाषा
अररिया की मुख्य भाषाओं में हिंदी (Hindi), उर्दू (Urdu), बंगाली (Bangali), मैथिली (Maithili) और भोजपुरी (Bhojpuri) है। वहीं अगर कुछ स्थानीय भाषाओं की बात करें तो यहां सुरजापूरी बोली, कुलहाई बोली, शेखरा बोली और ठेठी बोली जाती है।
नदी

अररिया की प्रमुख नदी कोसी (Koshi) है। इसके अलावा यहां सुवाड़ा, काली, परमान और कोली नदियां भी हैं।
धार्मिक स्थल

जिले के प्रमुख धार्मिक स्थलों में खड्गेश्वरी काली मंदिर है, जिसे छह मंजिला काली मंदिर भी कहते हैं। वहीं शहर के बीच में प्राचीन ठाकुरबाड़ी है, जिसे भगवान शिव मंदिर के रुप में जाना जाता है। मुस्लिम समुदाय के प्रमुख धार्मिक स्थलों में जामा मस्जिद है।
अर्थव्यवस्था

अररिया जिले की अर्थव्यवस्था का आधार कृषि है। यहां की मुख्य फसलों में धान, मक्का, पटवा और मखाना है। भारत सरकार के द्वारा 2006 में इसे देश के 250 पिछले जिलों में रखा गया था।
पर्यटन

अररिया जिले में ‘रानीगंज वृक्ष वाटिका‘ यहां की प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। इसके अलावा बिहार का पहला बायोडाइवर्सिटी पार्क यहां के कुसियारगांव में है।

मशहूर

भारतीय हिंदी प्रसिद्ध साहित्यकार फणेश्वरनाथ रेणु (Phanishwar Nath Renu) की जन्मभूमि अररिया रही है। इन्होंने हिंदी साहित्य को मैला आँचल, जुलूस, परती परिकथा आदि जैसे उपन्यास दिए हैं।
