बिहार में ऐसा रसगुल्ला नहीं खाया होगा आपने, 10 रुपये में 10 पीस, खाकर हो जाएंगे फैन
अनुमंडल मुख्यालय की बसंतपुर पंचायत के फतेहपुर वार्ड नंबर 02 निवासी बंगाली मूल के ताराचंद्र घोष रसगुल्ला बनाकर कंधे पर लेकर घूम-घूमकर बेचते हैं। इनके पिता भी कोसी योजना के स्थापना काल से ही यही काम कोसी कालोनी एवं बस्तियों में करते थे। इनके पूर्वज कभी बांग्लादेश से आकर यहाँ बसे थे। कोसी योजना के…