बिहार के इस शहर में 173 करोड़ की लागत से खुला अनमोल बिस्कुट की फैक्ट्री, मिलेगा रोजगार
बिहार के उद्योग मंत्री का जिम्मा संभालने के बाद सैयद शाहनवाज हुसैन ने पहली बार किशनगंज के ठाकुरगंज का दौरा किया और यहां उद्योग क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहे ठाकुरगंज-गलगलिया क्षेत्र का भ्रमण किया। उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने ठाकुरगंज-गलगलिया औद्योगिक क्षेत्र का दौरा करने के बाद कहा कि किशनगंज को अनमोल इंडस्ट्रीज की तरफ से बड़ी सौगात मिली है।
उन्होंने कहा कि ठाकुरगंज में 173 करोड़ की लागत से अनमोल इंडस्ट्रीज की बिस्किट फैक्ट्री का काम शुरु हो गया है। उन्होंने कहा कि किशनगंज में खासकर ठाकुरगंज गलगलिया औद्योगिक क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, बर्मा – एशिया के कई देशों के बेहद करीब होने के कारण ठाकुरगंज गलगलिया औद्योगिक क्षेत्र उद्योगपतियों की नजर में है और यहां बड़े उद्योग लग रहे हैं।

700 से 800 लोगों को मिलेगा रोजगार
उन्होंने कहा कि 173 करोड़ की लागत से अनमोल इंडस्ट्रीज की बिस्किट फैक्ट्री के बनने से 700 से 800 लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि ठाकुरगंज-गलगलिया में और भी कई फैक्ट्रियां स्थापित हो रही हैं और पुरानी कंपनियों का क्षमता विस्तार हो रहा है। उन्होंने कहा कि यहां 108 करोड़ के निवेश से मक्के से स्टार्च बनाने की बिहार की पहली फैक्ट्री चल रही है।

अब इन्होंने 67 करोड़ की लागत से क्षमता विस्तार किया है। चार महीने से दूसरे चरण का काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि दूसरे चरण का काम पूरा होने के बाद इनकी क्षमता 300 टन से बढ़कर 600 टन हो जाएगी। उन्होंने कहा कि पूर्णियां कमिश्नरी में किशनगंज उद्योग क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ने वाला जिला बन रहा है।
किशनगंज में होगी 23 औद्योगिक ईकाईयों की स्थापना
बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि किशनगंज में 23 औद्योगिक ईकाईयों की स्थापना के लिए दो हजार तीन सौ सत्तहत्तर (2377 Cr.) करोड़ के निवेश प्रस्ताव आए हुए हैं। इनमें से कई उद्योगों की स्थापना शुरु हो गई है और बाकी भी कोशिश में हैं।

उन्होंने कहा कि जैसे चम्पारण में मेगा टेक्सटाइल हब की तैयारी चल रही है, उसी तरह किशनगंज में लेदर पार्क बनेगा। उन्होंने कहा कि किशनगंज में लेदर पार्क के लिए हम जमीन की तलाश कर रहे हैं।
उद्योगों के विकास के लिए किशनगंज काफी अच्छा

सैयद शाहनवाज हुसैन ने ये भी कहा कि किशनगंज से गहरा नाता है क्योंकि पहली बार यहीं से चुनकर संसद पहुंचे। लेकिन उद्योगों के विकास के लिए भी किशनगंज काफी अच्छा है। उन्होंने कहा कि यहां अनानास प्रोसेसिंग के उद्योग लग सकते हैं, चाय और चमड़ा के उद्योगों के लिए संभावनाएं है और सभी संभावनाओँ को देखते हुए यहां तेजी से काम किया जा रहा है।