पटना साहिब गुरुद्वारा में शख्स ने दान किए 5 फीट लम्बे 1300 हीरे का हार, और सोने का पंलग
पटना साहिब गुरुद्वारा में शख्स ने दान किए 5 फीट सोने का हार,1300 हीरे और सोने का पंलग- विश्व के दूसरे सबसे बड़े तख्त पटना साहिब गुरुद्वारा में एक शख्स ने 1300 हीरे, 5 फीट सोने हीरे जवाहरात का चेन और सोने का पलंग दान किया है । पटना साहिब गुरुद्वारा में 7 से 9 जनवरी तक देशमुख गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह का 355 वां प्रकाशपर्व मनाया जाएगा । वहीं 4 से 6 जनवरी तक राजगीर में श्री तेज बहादुर सिंह का 400 वां प्रकाशपर्व मनाया जाएगा ।
जालंधर के निवासी हैं डॉ गुरविंदर सिंह सामरा
जालंधर से आये करतारपुर निवासी डॉ गुरविंदर सिंह सामरा पटना साहिब पहुंच कर हीरे जवाहरात दान किये हैं । जानकारी के मुताबिक शख्स ने इसके साथ ही सोने की कृपाण, सोने की कारीगरी वाली रजाई, श्री साहब, वस्त्र, रूमाला साहिब, चंदोय समेत करोड़ों रुपए का तोहफा भेंट किया । इस संबंध में उन्होंने कहा कि यह सब गुरु जी महाराज की कृपा से संभव हुआ है । सब उन्हीं का दिया हुआ है जो उन्हें भेट किया है ।
हार में लगे हैं 1300 हीरे, नीलम, पन्ना, पुखराज के साथ नौ रत्न
जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर-ए-मसकीन ने कहा कि, “शाही हार में 1300 हीरे, नीलम, पन्ना, पुखराज के साथ नौ रत्न लगे हैं। वहीं सोने से बनी कृपाण साढ़े तीन फीट लंबी है।” उन्होंने कहा कि, “यह पहला मौका है जब दरबार साहिब अमृतसर में सेवा करने वाले डा. सामरा को वहां का सम्मान पटना साहिब में दिया गया है.” बता दें कि इस दौरान डा. गुरविंदर सिंह सामरा और उनके पुत्र हरमनबीर सिंह को सरोपा देकर सम्मानित किया गया।
हार भेंट करने के बाद डा. गुरविंदर सिंह सामरा ने कहा कि सरवंश दानी दशमेश पिता ने सिख धर्म को बचाने के लिये अपने चार पुत्रों की कुर्बानी दे दी थी। उनके बलिदान के बाद आज हम सभी सुरक्षित हैं। ऐसे सरवंश दानी गुरु महाराज के चरणों में अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हुए उन्हें हीरे का हार भेंट करता हूं।
पिछले साल 1.29 करोड़ की कलगी किया था दान
महासचिव ने कहा कि “जालंधर के श्री गुरु तेग बहादुर हास्पिटल के संचालक डा. गुरविंदर सिंह सामरा ने पंद्रह दिनों पहले ही करोड़ों रुपए के सोने का पलंग दशमेश गुरु के चरणों में अर्पित किया है। पिछले साल इन्होंने 1.29 करोड़ का करीब ढाई किलो सोने से बना कलगी दिया था।”